Monthly Average Balance क्या है? MAB Charges, Formula

Monthly Average Balance

अगर आपके पास एक सेविंग्स अकाउंट है, तो आपको MAB (Monthly Average Balance) या AMB (Average Monthly Balance) के बारे में पता होना चाहिए। आम तौर पर हम इसे मिनिमम बैलेंस मेन्टेन के नाम से जानते हैं।

Monthly Average Balance (MAB) kya hai?

Monthly Average Balance (MAB), जिसे हिंदी में मासिक औसत शेष भी कहा जाता है, वह न्यूनतम राशि है जिसे आपको अपने बचत खाते में हर महीने बनाए रखना होता है। यदि आप इस राशि को बनाए रखने में विफल रहते हैं, तो बैंक आपसे शुल्क ले सकता है।

Monthly Average Balance (एमएबी) वो न्यूनतम राशि है जो आपको हर महीने अपने बचत खाते या चालू खाते में रखनी होती है। बैंक इस न्यूनतम राशि को महीने के अंत में आपके खाते में औसत के रूप में देखता है। इसका मतलब है कि आपको ये राशि हर दिन नहीं रखनी पड़ती, बल्कि महीने के दौरान आपके खाते का औसत शेष इस राशि तक होना चाहिए।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपके खाते का एमएबी 5,000 रुपये है। अब, दो तरीके हैं जिनसे आप इसे पूरा कर सकते हैं:

  • पहला तरीका: आप अपने खाते में हर दिन 5,000 रुपये रखें।
  • दूसरा तरीका: आप महीने के दौरान ज्यादा लेन-देन करें, जिससे कुछ दिन आपके खाते में कम या ज्यादा रकम रहे, लेकिन महीने के अंत में कुल जो रकम बचे उसे आप 5,000 रुपये गुणा महीने के दिनों की संख्या से भाग देकर निकालें। मान लीजिए महीने में 30 दिन हैं, तो आपको 5,000 x 30 = 1,50,000 रुपये का कुल शेष महीने के अंत में रखना होगा।

इस उदाहरण में, चाहे आप हर दिन 5,000 रुपये रखें या महीने के अंत में 1,50,000 रुपये रखें, आपका औसत शेष 5,000 रुपये होगा, जिससे आप एमएबी नियमों का पालन करेंगे और जुर्माना नहीं भरना पड़ेगा।

MAB कैसे गणना की जाती है?

MAB को प्रत्येक दिन के बंद शेष को जोड़कर और फिर कुल को उस महीने की दिनों की संख्या से विभाजित करके गणना की जाती है। उदाहरण के लिए, यदि MAB आवश्यकता 10,000 रुपये है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको हर दिन 10,000 रुपये रखने होंगे। यदि महीने में 30 दिन हैं, तो आपको महीने के अंत तक 300,000 रुपये का कुल बंद शेष बनाए रखना होगा।

आइए मासिक औसत शेष (MAB) की गणना को एक उदाहरण के साथ समझते हैं:

राहुल का खाता:

मान लीजिए राहुल के चालू खाते में अप्रैल महीने के लिए ये समापन शेष थे:

दिनकुल दिन (A)दिन के अंत में खाते में राशि (B)A x B
पहले 4 दिन425,0001,00,000
5वें से 9वें दिन515,00075,000
10वें से 14वें दिन55,00025,000
15वें से 28वें दिन1410,0001,40,000
29वें से 30वें दिन220,00040,000
  1. सभी समापन शेष का योग करें: 1,00,000 + 75,000 + 25,000 + 1,40,000 + 40,000 = 3,80,000 रुपये
  2. महीने के दिनों की संख्या से भाग दें: 3,80,000 / 30 = 12,666.66 रुपये

निष्कर्ष:

इसलिए, राहुल का मासिक औसत शेष आवश्यक 10,000 रुपये से अधिक है। इसलिए, उन पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा।

 Average Monthly Balance कैसे कैलकुलेट होता है? (Monthly Average Balance Formula)


मासिक औसत शेष (MAB) को एक महीने में आपके खाते में समापन शेष (total amount of closing balance EOD) की कुल राशि को उस महीने के दिनों की संख्या से विभाजित करके गणना किया जाता है। उदाहरण के लिए, यदि आपके खाते में 31 मई को 10,000 रुपये, 1 जून को 15,000 रुपये, 2 जून को 20,000 रुपये हैं, तो आपके खाते का MAB इस प्रकार होगा:

MAB = (10,000 + 15,000 + 20,000) / 31 = 16,129

इसलिए, यदि आपके खाते के लिए MAB 15,000 रुपये है, तो आपको जुर्माना नहीं देना होगा। यदि आपका MAB 15,000 रुपये से कम है, तो आपको जुर्माना देना होगा।

MAB की गणना करते समय, बैंक निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखते हैं:

  • सभी EOD शेष राशियों को शामिल किया जाता है, भले ही वे सकारात्मक हों या नकारात्मक हों।
  • यदि आपके खाते में एक से अधिक लेनदेन होते हैं, तो शेष राशि को प्रत्येक लेनदेन के बाद अपडेट किया जाता है।

MAB गणना के लिए बैंकों द्वारा उपयोग की जाने वाली सटीक विधि अलग-अलग हो सकती है। इसलिए, अपने खाते के लिए MAB कैसे गणना की जाती है, इसकी जानकारी के लिए अपने बैंक से संपर्क करना सबसे अच्छा है।

Monthly Average Balance क्यों महत्वपूर्ण है?

AMB (Average Monthly Balance) महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बैंकों को अपने खातों को प्रबंधित करने और ग्राहकों को विभिन्न सेवाओं और रिवार्ड्स को मुफ्त में प्रदान करने में मदद करता है। बैंक आपके द्वारा जमा किए गए धन का उपयोग अन्य लोगों को क्रेडिट देने या म्यूचुअल फंड और अन्य securities में निवेश करने के लिए भी करते हैं।

MAB का उपयोग बैंकों द्वारा निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाता है:

  • खातों का प्रबंधन: MAB बैंकों को यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि उनके पास sufficient liquidity हो ताकि वे अपने ग्राहकों को लेनदेन कर सकें।
  • ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करना: कुछ बैंक अपने ग्राहकों को मुफ्त चेकबुक, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग जैसी सेवाएं प्रदान करते हैं, बशर्ते वे आवश्यक MAB को बनाए रखें।
  • लाभ कमाना: बैंक MAB को पूरा नहीं करने वाले ग्राहकों से जुर्माना वसूल सकते हैं। यह बैंकों को आय उत्पन्न करने में मदद करता है।

Monthly Average Balance को कैसे बनाए रखें?

AMB (Average Monthly Balance) को बनाए रखने के लिए, आपको अपने खाते में आवश्यक राशि रखने की आवश्यकता होती है। यह राशि बैंक और खाते के प्रकार के आधार पर भिन्न हो सकती है।

MAB को बनाए रखने के कुछ तरीके इस प्रकार हैं:

  • अपने खाते में पर्याप्त राशि रखें: यह सबसे स्पष्ट तरीका है। बस अपने खाते में आवश्यक राशि रखें और आप MAB को बनाए रखने में सक्षम होंगे।
  • अपने खाते में पैसे जमा करें: यदि आपके पास आवश्यक राशि नहीं है, तो आप अपने खाते में पैसे जमा कर सकते हैं। आप चेक, डेबिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग का उपयोग करके पैसे जमा कर सकते हैं।
  • अपने खाते से पैसे निकालना कम करें: यदि आप अपने खाते से पैसे निकालते हैं, तो यह आपके MAB को कम करेगा। इसलिए, अपने खाते से पैसे निकालने से बचें या कम करें यदि आप MAB को बनाए रखना चाहते हैं।
  • एक उच्च-ब्याज वाला बचत खाता खोलें: कुछ बैंक उच्च-ब्याज वाले बचत खाते प्रदान करते हैं जो MAB आवश्यकताओं के बिना आते हैं। यदि आप अपने खाते में पैसे रखना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • एक बेसिक बचत खाता खोलें: सभी बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशों के अनुसार एक बेसिक बचत खाता प्रदान करना आवश्यक है। बेसिक बचत खातों में MAB आवश्यकताएं नहीं होती हैं, लेकिन वे कुछ सुविधाओं तक सीमित हो सकते हैं।

MAB को बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा तरीका आपके विशिष्ट वित्तीय परिस्थितियों पर निर्भर करता है। यदि आपके पास आवश्यक राशि है, तो इसे अपने खाते में रखना सबसे आसान तरीका है। यदि आपके पास आवश्यक राशि नहीं है, तो आप अपने खाते में पैसे जमा कर सकते हैं, अपने खाते से पैसे निकालने से बच सकते हैं, या एक high-interest savings account खोल सकते हैं।

ये हैं भारत के कुछ बड़े बैंकों के एमएबी नियम और जुर्माना:

आइए देखें कि भारत के टॉप बैंकों में बचत खातों में न्यूनतम शेष बनाए नहीं रखने पर कितना जुर्माना लगता है:

एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा एएमबी का रखरखाव न करने पर लगाए जाने वाले एएमबी आवश्यकताएं और जुर्माना शुल्क नीचे दिए गए हैं:

बैंकशाखा का प्रकारन्यूनतम एमएबीजुर्माना नहीं रखने पर
एसबीआईमेट्रो/शहर3,000 रुपये10 रुपये + जीएसटी से
15 रुपये + जीएसटी तक
अर्ध-शहरी2,000 रुपये7.50 रुपये + जीएसटी से
12 रुपये + जीएसटी तक
ग्रामीण1,000 रुपये5 रुपये + जीएसटी से
10 रुपये + जीएसटी तक
एचडीएफसीमेट्रो/शहर10,000 रुपये150 रुपये से 600 रुपये तक
अर्ध-शहरी5,000 रुपये150 रुपये से 300 रुपये तक
ग्रामीण2,500 रुपयेक्वार्टर में 270 रुपये से 450 रुपये तक
आईसीआईसीआईमेट्रो/शहर10,000 रुपये100 रुपये + 5% कम राशि का जुर्माना
अर्ध-शहरी5,000 रुपये100 रुपये + 5% कम राशि का जुर्माना
ग्रामीण2,500 रुपये5% कम राशि का जुर्माना
कोटक महिंद्रामेट्रो/शहर10,000 रुपये150 रुपये से 500 रुपये तक

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