Railway UTS App से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और लोकल ट्रेन की टिकट बुक कैसे करें ?

Railway UTS App Online Ticket Booking

भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए कई तकनीकी उपाय किए हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण सेवा है UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप। Railway UTS App अनारक्षित टिकटों (Unreserved Ticket) की बुकिंग को आसान और सुलभ बनाने के उद्देश्य से लॉन्च किया गया है। इस ब्लॉग में हम UTS ऐप के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिससे आप इस ऐप का पूरा लाभ उठा सकें।

ये भी पढ़ें :

कैंसिल ट्रेन टिकट का ऑनलाइन रिफंड स्टेटस कैसे चेक करेंIRCTC Ask Disha 2.0 AI Chatbot क्या है?
IRCTC Master Passenger List क्या हैरेल मदद (IRCTC Rail Madad) क्या है

Railway UTS App क्या है?

UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप भारतीय रेलवे द्वारा लॉन्च किया गया एक आधिकारिक मोबाइल ऐप है, जो यात्रियों को लोकल ट्रेनों की टिकट बुक करने, अनारक्षित ट्रेन टिकट बुक करने के साथ Online Platform Ticket खरीदने की सुविधा प्रदान करता है। यह ऐप Android, Windows, और iOS प्लेटफार्म्स पर उपलब्ध है। इसके माध्यम से आप सामान्य अनारक्षित टिकट, प्लेटफार्म टिकट, और सीजन टिकट बुक कर सकते हैं, साथ ही QR कोड के जरिए भी टिकट बुकिंग की जा सकती है।

इस ऐप की मदद से आप अपने स्मार्टफोन से ही घर बैठे या कहीं भी, कभी भी ट्रेन का टिकट बुक कर सकते हैं।

UTS ऐप पर पंजीकरण कैसे करें?

UTS ऐप का उपयोग करने के लिए आपको पहले पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण की प्रक्रिया निम्नलिखित है:

  • UTS ऐप या वेबसाइट (utsonmobile.indianrail.gov.in) के माध्यम से पंजीकरण किया जा सकता है।
  • पंजीकरण के लिए आपको मोबाइल नंबर, नाम, पासवर्ड, लिंग, और जन्म तिथि जैसी जानकारी प्रदान करनी होगी।
  • पंजीकरण के दौरान, आपके द्वारा प्रदान किए गए मोबाइल नंबर पर एक OTP भेजा जाएगा, जिससे मोबाइल नंबर की वैधता सुनिश्चित की जाएगी।
  • सफल पंजीकरण के बाद, आपको एक SMS प्राप्त होगा जिसमें आपकी सफल पंजीकरण की सूचना दी जाएगी। इसके साथ ही, आपका शून्य-बैलेंस वाला R-Wallet खाता सक्रिय हो जाएगा।

Railway UTS App द्वारा दी जाने वाली सेवाएं

भारतीय रेलवे का UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप यात्रियों को कई महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करता है, जो अनारक्षित टिकटिंग प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाती हैं। यहाँ, हम UTS ऐप द्वारा दी जाने वाली सभी सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे।

Railway UTS App

1. टिकट बुकिंग सेवाएं:

a. सामान्य बुकिंग (Normal Booking):

यह सेवा यात्रियों को अनारक्षित यात्रा टिकट बुक करने की सुविधा प्रदान करती है। आप एकल यात्रा (Journey Ticket) या यात्रा और वापसी दोनों टिकट (Return Ticket) बुक कर सकते हैं। यह सेवा विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए है जो समय-समय पर ट्रेन से यात्रा करते हैं।

b. त्वरित बुकिंग (Quick Booking):

त्वरित बुकिंग सेवा उन यात्रियों के लिए है जिन्हें जल्दबाजी में टिकट बुक करना होता है। इस सेवा के तहत आप बिना ज्यादा विवरण भरे अपने पसंदीदा यात्रा मार्ग पर जल्दी से टिकट बुक कर सकते हैं।

c. प्लेटफार्म टिकट (Platform Ticket):

UTS ऐप के माध्यम से प्लेटफार्म टिकट भी बुक किया जा सकता है। यह टिकट आपको स्टेशन परिसर में प्रवेश करने और अपने प्रियजनों को विदा करने या लेने की अनुमति देता है।

d. सीजन टिकट (Season Ticket):

सीजन टिकट सेवा उन यात्रियों के लिए है जो नियमित रूप से एक निश्चित मार्ग पर यात्रा करते हैं। यह टिकट मासिक, त्रैमासिक, या वार्षिक अवधि के लिए बुक किया जा सकता है और नियमित यात्रा के लिए बहुत ही सुविधाजनक होता है।

e. QR कोड बुकिंग (QR Booking):

QR कोड बुकिंग सेवा के तहत, आप प्लेटफार्म टिकट, यात्रा टिकट, और वापसी टिकट बुक कर सकते हैं। बुकिंग के बाद, आपको एक QR कोड प्राप्त होता है जिसे आप स्टेशन पर स्कैन कर सकते हैं।

2. टिकट रद्द करना (Ticket Cancellation):

a. पेपर टिकट रद्द करना:

UTS ऐप के माध्यम से बुक किए गए पेपर टिकट को प्रिंटिंग से पहले रद्द किया जा सकता है। यह तभी संभव है जब बुकिंग राशि रद्दीकरण शुल्क से अधिक हो।

b. पेपरलेस टिकट रद्द करना:

पेपरलेस टिकट का रद्दीकरण अनुमत नहीं है। इसलिए, आपको टिकट बुकिंग के समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

3. बुकिंग इतिहास (Booking History):

UTS ऐप के माध्यम से की गई सभी टिकट बुकिंग का इतिहास आप देख सकते हैं। यह सेवा आपको अपनी पिछली बुकिंग्स की जानकारी प्राप्त करने और उन्हें ट्रैक करने में मदद करती है।

4. R-Wallet सेवाएं:

a. R-Wallet बैलेंस:

R-Wallet सेवा के माध्यम से आप अपने वॉलेट का बैलेंस देख सकते हैं। यह वॉलेट आपके UTS ऐप खाते के साथ जुड़ा होता है और इससे आप टिकट बुकिंग कर सकते हैं।

b. R-Wallet रिचार्ज:

UTS ऐप के माध्यम से आप अपने R-Wallet को रिचार्ज कर सकते हैं। यह सेवा आपके वॉलेट को समय-समय पर रिचार्ज करने के लिए बेहद उपयोगी है।

c. R-Wallet इतिहास:

आप अपने R-Wallet के सभी लेन-देन का इतिहास देख सकते हैं। इससे आपको अपने वॉलेट के उपयोग का पूरा ब्यौरा मिल जाता है।

d. R-Wallet सरेंडर:

यदि आप R-Wallet का उपयोग नहीं करना चाहते, तो आप इसे सरेंडर भी कर सकते हैं। सरेंडर करने के बाद, वॉलेट में उपलब्ध शेष राशि आपके बैंक खाते में स्थानांतरित कर दी जाएगी।

5. प्रोफाइल प्रबंधन (Profile Management):

a. शहर बदलना (Change City):

आप अपनी प्रोफाइल में शहर बदल सकते हैं, जिससे आप नए स्थान के अनुसार टिकट बुकिंग कर सकें।

b. यात्रा मार्ग बदलना (Change Frequent Travel Route):

अगर आपका यात्रा मार्ग बदल गया है, तो आप इसे UTS ऐप में अपडेट कर सकते हैं। इससे आप नए मार्ग के अनुसार टिकट बुक कर पाएंगे।

c. यात्रा विवरण बदलना (Change Journey Details):

यात्रा के दौरान अगर आपके यात्रा के विवरण में कोई बदलाव आता है, तो आप इसे ऐप में अपडेट कर सकते हैं।

d. पासवर्ड बदलना (Change Password):

सुरक्षा कारणों से आप समय-समय पर अपने UTS ऐप का पासवर्ड बदल सकते हैं।

e. हैंडसेट बदलने का अनुरोध (Change Handset Request):

अगर आप नया स्मार्टफोन खरीदते हैं, तो आप अपने UTS ऐप को नए हैंडसेट पर स्थानांतरित करने का अनुरोध कर सकते हैं।

f. व्यक्तिगत विवरण बदलना (Change Personal Details):

आप अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, मोबाइल नंबर, और अन्य जानकारी को अपडेट कर सकते हैं।

g. टिकट सिंक करना (Sync Ticket):

अगर किसी कारणवश आपका टिकट ऐप में दिखाई नहीं दे रहा है, तो आप इसे टिकट सिंक सेवा का उपयोग करके पुनः प्राप्त कर सकते हैं।

6. बुक किया गया टिकट दिखाना (Show Booked Ticket):

UTS ऐप के माध्यम से बुक किए गए टिकट को आप ‘शो टिकट’ फीचर का उपयोग करके टीटीई (Travelling Ticket Examiner) को दिखा सकते हैं। यह सेवा ऑफलाइन मोड में भी उपलब्ध है, ताकि इंटरनेट कनेक्शन न होने की स्थिति में भी आप टिकट दिखा सकें।

Railway UTS App से प्लेटफॉर्म टिकट ऑनलाइन कैसे खरीदें

UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप के जरिए आप बिना आरक्षित टिकटों को ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। इसमें प्लेटफॉर्म टिकट बुक करना भी शामिल है।

प्लेटफॉर्म टिकट ऑनलाइन बुक करने के लिए आपको इन आसान चरणों का पालन करना होगा:

  1. UTS ऐप डाउनलोड करें: सबसे पहले, अपने स्मार्टफोन पर Google Play Store या Apple App Store से UTS ऐप डाउनलोड करें और इसे इंस्टॉल करें.
  2. रजिस्टर करें: अगर आपने पहले कभी UTS ऐप का इस्तेमाल नहीं किया है, तो आपको अपना मोबाइल नंबर, नाम और अन्य आवश्यक जानकारी देकर रजिस्टर करना होगा.
  3. लॉग इन करें: रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने क्रेडेंशियल्स (मोबाइल नंबर और पासवर्ड) का उपयोग करके लॉग इन करें.
  4. प्लेटफॉर्म टिकट का विकल्प चुनें: लॉग इन करने के बाद, आपको कई विकल्प दिखाई देंगे. इनमें से “प्लेटफॉर्म टिकट” का विकल्प चुनें.
  5. स्टेशन का चयन करें: जिस स्टेशन के लिए आप प्लेटफॉर्म टिकट लेना चाहते हैं, उसका चयन करें.
  6. भुगतान करें: अब आपको भुगतान का विकल्प मिलेगा. आप डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं.
  7. टिकट डाउनलोड करें: भुगतान पूरा होने के बाद, आप अपना प्लेटफॉर्म टिकट डाउनलोड कर सकते हैं. कुछ मामलों में, आपको टिकट का प्रिंट आउट लेना पड़ सकता है.

UTS ऐप से प्लेटफॉर्म टिकट ऑनलाइन लेने के नियम

UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप के माध्यम से प्लेटफॉर्म टिकट लेना काफी आसान बना दिया गया है. लेकिन, इस सुविधा का उपयोग करते समय कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है.

मुख्य नियम:

  • मोबाइल नंबर का सत्यापन: UTS ऐप में रजिस्टर करते समय अपना मोबाइल नंबर सही-सही दर्ज करें. क्योंकि OTP के माध्यम से आपके मोबाइल नंबर का सत्यापन किया जाएगा.
  • पर्याप्त बैलेंस: आपके आर-वॉलेट में टिकट की कीमत के बराबर या उससे अधिक बैलेंस होना चाहिए.
  • स्थान: पेपरलेस प्लेटफॉर्म टिकट स्टेशन परिसर या रेलवे ट्रैक के अंदर बुक नहीं किया जा सकता है.
  • कनेक्टिविटी: टिकट बुक करते समय आपके मोबाइल में इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए.
  • GPS: पेपरलेस टिकट के लिए आपके स्मार्टफोन में GPS होना जरूरी है.
  • एक टिकट प्रति व्यक्ति: एक व्यक्ति एक बार में केवल एक प्लेटफॉर्म टिकट बुक कर सकता है.
  • रद्द करना: एक बार बुक किया गया प्लेटफॉर्म टिकट आमतौर पर रद्द नहीं किया जा सकता है.
  • दुरुपयोग: ऐप का दुरुपयोग करने पर आपका खाता अस्थायी या स्थायी रूप से बंद किया जा सकता है.

अतिरिक्त जानकारी:

  • पेपर टिकट: अगर आप पेपर टिकट चाहते हैं, तो आपको टिकट का प्रिंट ATVM या COTVM कियोस्क से लेना होगा।
  • प्लेटफॉर्म टिकट की वैधता: प्लेटफॉर्म टिकट की वैधता आमतौर पर 24 घंटे होती है।

UTS ऐप पर यात्रा टिकट और सीजन टिकट के बारे में पूरी जानकारी

भारतीय रेलवे का UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप यात्रियों को अनारक्षित टिकट बुकिंग के लिए एक सुविधाजनक और डिजिटल विकल्प प्रदान करता है। इस ऐप के माध्यम से, आप न केवल सामान्य यात्रा टिकट बल्कि सीजन टिकट भी आसानी से बुक कर सकते हैं।

यात्रा टिकट (Journey Ticket):

1. यात्रा टिकट क्या है?

यात्रा टिकट वह अनारक्षित टिकट है जिसे आप अपनी यात्रा के लिए बुक करते हैं। इस टिकट का उपयोग आप अपने निर्धारित यात्रा मार्ग पर किसी भी अनारक्षित कोच में यात्रा करने के लिए कर सकते हैं। यह टिकट एक ही यात्रा या यात्रा और वापसी दोनों के लिए बुक किया जा सकता है।

2. यात्रा टिकट बुक करने की प्रक्रिया:

  • बुकिंग मोड: UTS ऐप के माध्यम से आप दो मोड में यात्रा टिकट बुक कर सकते हैं:
    • पेपर टिकट: इस मोड में बुकिंग के बाद आपको एक बुकिंग ID प्राप्त होता है, जिसे आप ATVM (Automatic Ticket Vending Machine) पर स्कैन करके टिकट का प्रिंट आउट ले सकते हैं। इस मोड की सुविधा मुंबई उपनगरीय क्षेत्र में (चर्चगेट से दहानू रोड खंड को छोड़कर) उपलब्ध है।
    • पेपरलेस टिकट: इस मोड में टिकट सीधे आपके मोबाइल ऐप में दिखाया जाता है, और आपको हार्डकॉपी की आवश्यकता नहीं होती। यह सुविधा चेन्नई उपनगरीय क्षेत्र और मुंबई उपनगरीय क्षेत्र के चर्चगेट से दहानू रोड खंड में उपलब्ध है।
  • बुकिंग का समय: यात्रा टिकट को आप यात्रा से कुछ समय पहले ही बुक कर सकते हैं। स्टेशन परिसर के भीतर या ट्रेन के अंदर पेपरलेस टिकट बुकिंग अनुमत नहीं है।
  • QR कोड बुकिंग: आप QR कोड के माध्यम से भी टिकट बुक कर सकते हैं। यह सुविधा तब उपयोगी होती है जब आप स्टेशन परिसर के बाहर होते हैं और जल्दी से टिकट बुक करना चाहते हैं।

3. टिकट दिखाने की प्रक्रिया:

  • यदि आपने पेपर टिकट बुक किया है, तो आपको इसे स्टेशन पर स्थित ATVM या जनरल बुकिंग काउंटर से प्रिंट करना होगा।
  • यदि आपने पेपरलेस टिकट बुक किया है, तो आप ऐप में उपलब्ध ‘शो टिकट’ फीचर का उपयोग करके टीटीई (Travelling Ticket Examiner) को टिकट दिखा सकते हैं। यदि आपके मोबाइल में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, तो आप टिकट को ऑफलाइन मोड में भी दिखा सकते हैं।

4. टिकट रद्द करना:

  • पेपर टिकट: पेपर टिकट को प्रिंटिंग से पहले रद्द किया जा सकता है, यदि बुकिंग राशि रद्दीकरण शुल्क से अधिक हो।
  • पेपरलेस टिकट: पेपरलेस टिकट का रद्दीकरण अनुमत नहीं है।

सीजन टिकट (Season Ticket):

1. सीजन टिकट क्या है?

सीजन टिकट उन यात्रियों के लिए है जो एक निश्चित मार्ग पर नियमित रूप से यात्रा करते हैं, जैसे कि दैनिक यात्री। यह टिकट एक निश्चित अवधि (जैसे मासिक, त्रैमासिक, आदि) के लिए मान्य होता है और इसे नियमित यात्रा के लिए उपयोग किया जा सकता है।

2. सीजन टिकट बुक करने की प्रक्रिया:

  • UTS ऐप: UTS ऐप के माध्यम से आप सीजन टिकट आसानी से बुक कर सकते हैं। बुकिंग प्रक्रिया लगभग यात्रा टिकट जैसी ही होती है।
  • पेपर और पेपरलेस मोड: सीजन टिकट को भी पेपर टिकट और पेपरलेस टिकट के रूप में बुक किया जा सकता है। यदि आप पेपर टिकट चुनते हैं, तो आपको इसे स्टेशन पर प्रिंट करना होगा, जबकि पेपरलेस टिकट सीधे आपके ऐप में दिखाया जाएगा।

3. सीजन टिकट का नवीनीकरण:

  • आप UTS ऐप के माध्यम से अपने सीजन टिकट का नवीनीकरण भी कर सकते हैं। नवीनीकरण की प्रक्रिया बहुत ही सरल है और कुछ ही चरणों में पूरी हो जाती है।

4. टिकट दिखाने की प्रक्रिया:

  • जैसे कि यात्रा टिकट के लिए होता है, सीजन टिकट को भी आप ‘शो टिकट’ फीचर का उपयोग करके टीटीई को दिखा सकते हैं। पेपरलेस सीजन टिकट को ऑफलाइन मोड में भी दिखाया जा सकता है।

Railway Wallet (R Wallet) क्या है?

Railway Wallet (R Wallet) क्या है?

R Wallet, जिसे Railway Wallet के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय रेलवे के UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप के तहत एक डिजिटल वॉलेट सेवा है। यह वॉलेट यात्रियों को UTS ऐप के माध्यम से अनारक्षित ट्रेन टिकट बुक करने के लिए एक सुविधाजनक और सुरक्षित भुगतान विकल्प प्रदान करता है। आइए, R Wallet के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।

Railway UTS App R Wallet Payment

R Wallet की विशेषताएँ:

1. प्रारंभिक सेटअप (Initial Setup):

  • शून्य बैलेंस से शुरू: R Wallet को सक्रिय करने के बाद, यह शून्य बैलेंस के साथ शुरू होता है। यात्री इसे अपने बैंक खाते से धनराशि स्थानांतरित करके रिचार्ज कर सकते हैं।
  • सक्रियण प्रक्रिया: R Wallet स्वतः ही सक्रिय हो जाता है जब आप UTS ऐप में पहली बार पंजीकरण करते हैं। पंजीकरण के बाद, आपको एक SMS प्राप्त होता है जो सफल पंजीकरण और R Wallet सक्रियण की पुष्टि करता है।

2. R Wallet में धन जोड़ना (Adding Funds to R Wallet):

  • आप R Wallet में धन जोड़ने के लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, UPI, या नेट बैंकिंग जैसे विभिन्न भुगतान विकल्पों का उपयोग कर सकते हैं। यह प्रक्रिया तेज़ और सुरक्षित है।
  • एक बार जब आप R Wallet में धन जोड़ लेते हैं, तो इसे UTS ऐप के माध्यम से अनारक्षित टिकट बुक करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

3. UTS ऐप के माध्यम से टिकट बुकिंग (Ticket Booking via UTS App):

  • उपयोग में सरलता: UTS ऐप के माध्यम से जब भी आप कोई टिकट बुक करते हैं, तो R Wallet एक भुगतान विकल्प के रूप में प्रदर्शित होता है। आप इसे चुनकर तुरंत भुगतान कर सकते हैं।
  • ऑफलाइन भुगतान: R Wallet में धन पहले से मौजूद होने के कारण, आप टिकट बुकिंग के समय इंटरनेट बैंकिंग या कार्ड डिटेल्स दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती, जिससे बुकिंग प्रक्रिया तेज़ हो जाती है।

आर वॉलेट को किसी भी यूटीएस काउंटर या रेलवे की वेबसाइट से प्रयोग कर सकते हैं। R Wallet में भुगतान करते समय आप मोबिक्विक या पेटीएम में से कोई पेमेंट गेटवे चुन सकते हैं।

Paperless Ticket क्या है?:

Paperless Ticket भारतीय रेलवे के UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप की एक सुविधा है, जो यात्रियों को बिना कागजी टिकट के यात्रा करने की अनुमति देती है। इस सेवा का उद्देश्य टिकट बुकिंग प्रक्रिया को डिजिटल और अधिक सुविधाजनक बनाना है।

Paperless Ticket की विशेषताएँ:

1. डिजिटल टिकट (Digital Ticket):

  • कागज की आवश्यकता नहीं: जैसा कि नाम से पता चलता है, Paperless Ticket बुकिंग के बाद आपको कोई भौतिक (कागजी) टिकट नहीं लेनी पड़ती है। टिकट सीधे आपके स्मार्टफोन पर UTS ऐप के माध्यम से दिखाई देती है।
  • पर्यावरण के अनुकूल: Paperless Ticket का उपयोग करने से पेपर का उपयोग नहीं होता, जिससे यह पर्यावरण के अनुकूल विकल्प बन जाता है।

2. बुकिंग प्रक्रिया (Booking Process):

  • UTS ऐप से बुकिंग: Paperless Ticket बुक करने के लिए, आपको UTS ऐप के माध्यम से अपनी यात्रा का विवरण दर्ज करना होता है। बुकिंग के बाद, टिकट की जानकारी ऐप में डिजिटल रूप में उपलब्ध हो जाती है।
  • जीपीएस सक्षम: Paperless Ticket बुक करने के लिए आपका स्मार्टफोन GPS (Global Positioning System) सक्षम होना चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि आप स्टेशन या ट्रेन के अंदर नहीं हैं, क्योंकि स्टेशन परिसर में Paperless Ticket बुकिंग की अनुमति नहीं है।

3. यात्रा के दौरान टिकट दिखाना (Showing Ticket During Travel):

  • डिजिटल टिकट: यात्रा के दौरान, यदि टीटीई (Travelling Ticket Examiner) या टीसी (Ticket Collector) टिकट मांगते हैं, तो आप UTS ऐप के ‘Show Ticket’ फीचर का उपयोग करके डिजिटल टिकट दिखा सकते हैं।
  • ऑफलाइन मोड: अगर आपके स्मार्टफोन में इंटरनेट कनेक्शन नहीं है, तो भी आप अपने डिजिटल टिकट को ऐप के ऑफलाइन मोड में दिखा सकते हैं। यह सुविधा तब उपयोगी होती है जब यात्रा के दौरान नेटवर्क कवरेज कमजोर होता है।

4. टिकट बुकिंग की सीमा (Ticket Booking Limitations):

  • स्टेशन परिसर के बाहर बुकिंग: Paperless Ticket बुकिंग स्टेशन परिसर या रेलवे ट्रैक के बाहर से ही की जा सकती है। यह नियम इसलिए लागू किया गया है ताकि यात्री टीटीई या टीसी को देखकर तुरंत टिकट बुक न कर सकें।
  • बुकिंग के बाद यात्रा: बुकिंग के तुरंत बाद आप यात्रा शुरू कर सकते हैं, लेकिन स्टेशन परिसर में प्रवेश करने से पहले टिकट बुक करना अनिवार्य है।

यहाँ एक बात का ख्याल रखें, अगर यात्री मोबाइल पर टिकट दिखने में सक्षम नहीं है ,तो उनको Without Ticket माना जायेगा।

मेरी सलाह है की फ़ोन को चार्ज रखें या साथ में पावर बैंक रखें।

Paper Ticket क्या है?

Paper Ticket भारतीय रेलवे के UTS (Unreserved Ticketing System) ऐप के माध्यम से बुक किया गया एक पारंपरिक कागजी टिकट है। यह टिकट आपको बुकिंग के बाद प्रिंट के रूप में प्राप्त होता है, जिसे यात्रा के दौरान साथ ले जाना अनिवार्य होता है। Paper Ticket सेवा UTS ऐप के माध्यम से उन यात्रियों के लिए उपलब्ध है जो अनारक्षित यात्रा या प्लेटफार्म टिकट बुक करना चाहते हैं लेकिन टिकट को कागज पर प्रिंट करके रखना पसंद करते हैं।

Paper Ticket की विशेषताएँ:

1. बुकिंग प्रक्रिया (Booking Process):

  • UTS ऐप के माध्यम से बुकिंग: Paper Ticket बुक करने के लिए, आपको UTS ऐप में लॉगिन करना होता है और अपने यात्रा का विवरण दर्ज करना होता है। बुकिंग के बाद, आपको एक बुकिंग ID और अन्य विवरण प्राप्त होते हैं।
  • प्रिंटिंग की आवश्यकता: बुकिंग के बाद आपको टिकट को प्रिंट करना होता है। यह प्रिंटिंग आप स्टेशन पर उपलब्ध Automatic Ticket Vending Machine (ATVM) या General Booking Counters से कर सकते हैं।

2. प्रिंटिंग विकल्प (Printing Options):

  • ATVM/CoTVM मशीन: बुकिंग के बाद, आप Automatic Ticket Vending Machine (ATVM) या CoTVM (Coin Operated Ticket Vending Machine) से टिकट प्रिंट कर सकते हैं।
  • स्टेशन काउंटर: आप टिकट को General Booking Counters से भी प्रिंट कर सकते हैं। इसके लिए आपको बुकिंग ID और अन्य विवरण प्रस्तुत करने होते हैं।

3. यात्रा के दौरान टिकट दिखाना (Showing Ticket During Travel):

  • भौतिक टिकट: यात्रा के दौरान, जब टीटीई (Travelling Ticket Examiner) या टीसी (Ticket Collector) आपसे टिकट मांगते हैं, तो आपको प्रिंट किया हुआ कागजी टिकट दिखाना होता है।
  • टिकट का सत्यापन: कागजी टिकट के आधार पर आपकी यात्रा की जानकारी और आपका अधिकार सत्यापित किया जाता है।

4. टिकट रद्द करना (Ticket Cancellation):

  • पेपर टिकट रद्द करना: यदि आपने UTS ऐप के माध्यम से Paper Ticket बुक किया है, तो उसे प्रिंट करने से पहले रद्द किया जा सकता है। रद्दीकरण शुल्क कटने के बाद, शेष राशि आपको वापस कर दी जाती है।
  • प्रिंटिंग के बाद रद्दीकरण: एक बार टिकट प्रिंट हो जाने के बाद, इसे ऐप के माध्यम से रद्द नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसे सामान्य रेलवे टिकट रद्दीकरण प्रक्रिया के माध्यम से काउंटर पर रद्द किया जा सकता है।

Railway Customer Feedback & Complaint Process


रेलवे यात्रियों को अपनी सेवाओं में सुधार करने और यात्रियों की समस्याओं को हल करने के लिए एक समर्पित शिकायत और फीडबैक तंत्र प्रदान करता है। रेलवे में आपकी किसी भी असुविधा, शिकायत या फीडबैक के लिए आप 139 पर कॉल कर सकते हैं या RailMadad पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं। विशेष रूप से UTS (Unreserved Ticketing System) से संबंधित शिकायतों के लिए, RailMadad पोर्टल का उपयोग कैसे किया जा सकता है, यह जानने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को देखें।

आप रेलवे के ऑफिसियल नंबर 139 पर कॉल कर सकते हैं।

RailMadad भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों की शिकायतों और फीडबैक को दर्ज करने के लिए बनाया गया एक आधिकारिक पोर्टल है। आप इसे RailMadad पोर्टल पर जाकर एक्सेस कर सकते हैं। पोर्टल पर पहुंचने के बाद, होमपेज पर आपको विभिन्न शिकायत और फीडबैक विकल्प मिलेंगे।

Railway UTS App FAQ

UTS मोबाइल ऐप क्या है?

UTS (Unreserved Ticketing System) मोबाइल ऐप भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की गई एक सेवा है जो यात्रियों को अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके अनारक्षित टिकट बुक करने की सुविधा देती है। इस ऐप का उद्देश्य यात्रियों को बिना लाइन में लगे टिकट खरीदने की सुविधा प्रदान करना है।

UTS मोबाइल टिकटिंग सेवा कब शुरू की गई थी?

UTS मोबाइल टिकटिंग सेवा की शुरुआत दिसंबर 2014 में मध्य रेलवे के कुछ चुने हुए स्टेशनों पर एक पायलट परियोजना के रूप में की गई थी। धीरे-धीरे, यह सेवा 2015 और 2017 के बीच चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता, और सिकंदराबाद के मेट्रोपॉलिटन शहरों तक बढ़ा दी गई, जिसमें पेपरलेस टिकटिंग की सुविधा भी शामिल थी।

वर्तमान में कितने यात्री UTS ऐप का उपयोग करते हैं?

UTS ऐप के लॉन्च के चार साल बाद, जनवरी 2018 में लगभग 1.8 लाख यात्री इसका दैनिक उपयोग कर रहे थे। सितंबर 2018 में यह संख्या बढ़कर 4.4 लाख हो गई और अक्टूबर 2018 में यह संख्या प्रतिदिन 4.75 लाख तक पहुंच गई। वर्तमान में, UTS ऐप से रेलवे को लगभग 45 लाख रुपये की दैनिक कमाई होती है।

क्या UTS ऐप से बुक किया गया पेपरलेस प्लेटफॉर्म टिकट कितने समय के लिए वैध होता है?

रेलवे के नियमों के अनुसार, प्लेटफॉर्म टिकट बुकिंग के समय से दो घंटे के लिए वैध होता है।

क्या UTS ऐप के माध्यम से बुक किया गया टिकट रद्द किया जा सकता है?

मोबाइल ऐप के माध्यम से बुक किए गए टिकट को केवल तभी रद्द किया जा सकता है जब टिकट कियोस्क पर प्रिंट न हुआ हो। एक बार जब टिकट कियोस्क पर प्रिंट हो जाता है, तो इसे केवल प्रिंटआउट के एक घंटे के भीतर UTS काउंटर पर रद्द किया जा सकता है। पेपरलेस टिकट को रद्द करने की अनुमति नहीं है।

मैं UTS वॉलेट से अपना पैसा कैसे वापस पा सकता हूँ?

UTS वॉलेट से पैसा वापस पाने के लिए, यात्री को मोबाइल ऐप से “Surrender R-Wallet” अनुरोध फ़ॉर्म भरना होगा। इसके बाद, यात्री को एक गुप्त कोड SMS के रूप में प्राप्त होगा। इस गुप्त कोड को यात्री को रेलवे स्टेशन पर बुकिंग ऑपरेटर को दिखाना होगा, और फिर क्लर्क द्वारा शुल्क काटने के बाद कैश रिफंड प्राप्त होगा।

भारतीय रेलवे ने 2017-2018 में कितने अनारक्षित टिकट बेचे?

भारतीय रेलवे ने 2017-2018 के दौरान अपने नेटवर्क में 7,483 मिलियन अनारक्षित टिकट बेचे थे।

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.