दरभंगा मेट्रो: Darbhanga Metro Route, Station List, Corridor 1 & 2 की जानकरी
Darbhanga Metro बिहार के मिथिला क्षेत्र के प्रमुख शहर दरभंगा में शहरी परिवहन को क्रांतिकारी बनाने के लिए प्रस्तावित एक मेट्रो रेल सेवा है। जुलाई 2025 तक, यह परियोजना अपने योजना और सर्वेक्षण चरण में है, जिसमें मार्ग और स्टेशनों को अंतिम रूप देने के लिए चर्चाएं चल रही हैं। यह ब्लॉग दरभंगा मेट्रो परियोजना का विस्तृत अवलोकन प्रदान करता है, जिसमें इसकी वर्तमान स्थिति, प्रस्तावित मार्ग, स्टेशन, और अपेक्षित समयसीमा शामिल हैं।
दरभंगा मेट्रो: Darbhanga Metro Project
दरभंगा मेट्रो परियोजना बिहार के दरभंगा शहर में शहरी परिवहन को आधुनिक और सुगम बनाने के लिए प्रस्तावित एक महत्वपूर्ण परियोजना है। यह बिहार सरकार की उस योजना का हिस्सा है, जिसमें दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर और भागलपुर जैसे शहरों में मेट्रो रेल सेवाएं शुरू की जाएंगी। यह परियोजना शहर के प्रमुख स्थानों जैसे हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज, और AIIMS को जोड़कर यातायात की भीड़ को कम करने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखती है।
वर्तमान स्थिति (जुलाई 2025)
- मंजूरी और सर्वेक्षण: बिहार सरकार ने 21 जून 2024 को दरभंगा मेट्रो को सैद्धांतिक मंजूरी दी। RITES लिमिटेड को व्यवहार्यता अध्ययन का कार्य सौंपा गया, जिसने फरवरी 2025 में अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट सौंपी।
- प्रगति: परियोजना अभी योजना और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के चरण में है। निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन मार्ग और स्टेशनों को अंतिम रूप देने के लिए चर्चाएं चल रही हैं।
- फंडिंग: अक्टूबर 2024 में व्यवहार्यता अध्ययन के लिए ₹70,21,000 की पहली किस्त जारी की गई थी।
दरभंगा मेट्रो: प्रस्तावित मार्ग और स्टेशन
प्रस्तावित मार्ग
दरभंगा मेट्रो परियोजना के लिए दो मुख्य कॉरिडोर प्रस्तावित हैं, जिनकी कुल लंबाई लगभग 18.8 किमी होगी। इसके अतिरिक्त, एक तीसरे कॉरिडोर की मांग की गई है, जिससे नेटवर्क की लंबाई 22-24 किमी तक बढ़ सकती है। मार्गों का विवरण निम्नलिखित है:
1. पहला कॉरिडोर:
- मार्ग: दरभंगा हवाई अड्डा से दरभंगा रेलवे जंक्शन होते हुए DMCH (दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) तक।
- लंबाई: 8.90 किमी।
- स्टेशन: 8।
2. दूसरा कॉरिडोर:
- मार्ग: दरभंगा IT पार्क से एकमिघाट होते हुए दरभंगा AIIMS तक।
- लंबाई: 9.90 किमी।
- स्टेशन: 10।
3. प्रस्तावित तीसरा कॉरिडोर:
- मार्ग: दरभंगा हवाई अड्डा से दिल्ली मोड़ और शोभन चौक होते हुए AIIMS तक।
- लंबाई: अभी अनुमानित (लगभग 3-5 किमी अतिरिक्त)।
- विवरण: इस कॉरिडोर की मांग स्थानीय प्रतिनिधियों द्वारा की गई है, लेकिन इसे अंतिम मंजूरी नहीं मिली है।
प्रस्तावित स्टेशन (Darbhanga Metro Station List)
नीचे दोनों कॉरिडोर के लिए प्रस्तावित स्टेशनों की सूची दी गई है। कुछ स्टेशनों के नाम अभी अनुमानित हैं और अंतिम DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) में बदल सकते हैं:
कॉरिडोर | प्रस्तावित स्टेशन |
---|---|
पहला कॉरिडोर | हवाई अड्डा, शिवधारा, चक्का, शोभन, AIIMS, लहेरियासराय, समाहरणालय, DMCH |
दूसरा कॉरिडोर | दरभंगा IT पार्क, एकमिघाट, भवानीपुर साकरी, गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज, और अन्य |
अतिरिक्त विवरण:
- कुछ स्रोतों में अन्य स्टेशनों जैसे मिर्जापुर और बस स्टैंड का भी उल्लेख है, जो अंतिम योजना में शामिल हो सकते हैं।
- मेट्रो नेटवर्क में कुछ हिस्से एलिवेटेड (ऊंचे) और कुछ हिस्से भूमिगत (जैसे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से लहेरियासराय तक) होंगे।
अपेक्षित समयसीमा
प्रारंभिक योजनाओं के अनुसार, दरभंगा मेट्रो 2029 तक चालू होने की उम्मीद है। हालांकि, जुलाई 2025 तक, मार्ग को अंतिम रूप देने और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने का कार्य चल रहा है। अक्टूबर 2024 में ₹70,21,000 की पहली किस्त जारी की गई थी, और कार्य 2025 की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद थी। हाल के अपडेट्स के अनुसार, निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है, और अगली बैठक में मार्ग को अंतिम रूप देने के बाद DPR तैयार की जाएगी।
भविष्य की संभावनाएं
दरभंगा मेट्रो बिहार सरकार की शहरी परिवहन को बेहтар बनाने की व्यापक पहल का हिस्सा है। पटना मेट्रो 15 अगस्त 2025 को शुरू होने वाली है, और गया, मुजफ्फरपुर, और भागलपुर में भी 2029 तक मेट्रो सिस्टम की योजना है।
दरभंगा के लिए, मेट्रो न केवल यातायात की भीड़ को कम करेगी, बल्कि हवाई अड्डे, अस्पतालों, शैक्षणिक संस्थानों और आवासीय क्षेत्रों को जोड़कर आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी।
निष्कर्ष
दरभंगा मेट्रो परियोजना बिहार में शहरी परिवहन को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जुलाई 2025 तक, यह परियोजना अपने योजना चरण में है, जिसमें सर्वेक्षण और मार्ग अंतिम रूप से चल रहे हैं। दरभंगा के निवासी आने वाले वर्षों में एक अधिक कुशल और सुविधाजनक परिवहन प्रणाली की उम्मीद कर सकते हैं, जिसके 2029 तक चालू होने की संभावना है।