कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन क्या होता है? इसके प्रकार, ब्याज दर, Consumer Durable Loan कैसे मिलेगा

Consumer Durable Loan by technicalmitra

Consumer Durable Loan, प्रतिष्ठित दुकानों या ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर प्रोडक्ट्स की खरीद के लिए ग्राहकों को प्रदान किए जाते हैं, और इसमें चुनिंदा अवधि के लिए समान मासिक किस्तों (ईएमआई) में राशि चुकाने का विकल्प होता है।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन में, जो प्रोडक्ट की कीमत है, राशि सीधे स्टोर के बैंक खाते में जमा की जाती है। हालांकि, ऐसे लोन केवल विशिष्ट लैंडर्स द्वारा एलिजिबल उधारकर्ताओं को मान्यता प्राप्त स्टोर या ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर प्रोडक्ट खरीदने के लिए लोन प्राप्त करने में मदद करने के लिए प्रदान किए जाते हैं।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन क्या होता है? (Consumer Durable Loan Kya Hai)

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन एक ऐसा लोन है जो उपभोक्ताओं को घरेलू उपयोग के लिए टिकाऊ वस्तुओं (Durable Goods) को खरीदने के लिए दिया जाता है। इन वस्तुओं में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, घरेलू अप्लायंसेस, फर्नीचर, और व्यक्तिगत गैजेट्स शामिल होते हैं, जिनका उपयोग लंबे समय तक किया जा सकता है। यह लोन आमतौर पर EMI (समान मासिक किश्तों) के रूप में चुकाया जाता है, जिससे उपभोक्ताओं को एक साथ बड़ी रकम खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

किन उत्पादों के लिए कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लिया जा सकता है?

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के जरिए आप विभिन्न प्रकार के उत्पाद खरीद सकते हैं, जैसे कि:

  • इलेक्ट्रॉनिक्स: मोबाइल फोन, लैपटॉप, टेलीविजन, कैमरा आदि
  • घरेलू उपकरण: फ्रिज, वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, माइक्रोवेव आदि
  • फर्नीचर: सोफा सेट, बेड, डाइनिंग टेबल आदि
  • अन्य: साइकिल, मोटरसाइकिल आदि

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेने के फायदे

  • तुरंत सामान: आपको इंतजार करने की जरूरत नहीं होती। आप अपनी पसंद का सामान तुरंत खरीद सकते हैं।
  • बड़ी खरीदारी के लिए आसान फाइनेंसिंग: कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के जरिए आप प्रीमियम ब्रांड्स के महंगे प्रोडक्ट्स को भी किफायती EMI योजनाओं में खरीद सकते हैं। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो बेहतर गुणवत्ता के प्रोडक्ट्स खरीदना चाहते हैं लेकिन एक साथ पूरी रकम देने की स्थिति में नहीं हैं।
  • कम डाउन पेमेंट: कई बार आपको कम डाउन पेमेंट देकर भी लोन मिल जाता है।
  • विभिन्न विकल्प: बाजार में कई बैंक और वित्तीय संस्थान विभिन्न प्रकार के कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ऑफर करते हैं, जिससे आपको अपनी जरूरत के हिसाब से विकल्प चुनने की सुविधा मिलती है।
  • नो-कॉस्ट EMI स्कीम्स: कई फाइनेंस कंपनियां कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन पर नो-कॉस्ट EMI स्कीम्स भी ऑफर करती हैं। इसका मतलब है कि आपको केवल प्रोडक्ट की कीमत ही चुकानी होती है, ब्याज शुल्क नहीं देना पड़ता। यह विकल्प उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है, खासकर जब वे ब्याज की लागत से बचना चाहते हैं।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के प्रकार

आपके द्वारा बताए गए विवरण के अनुसार, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के प्रकार का वर्गीकरण किस्त लोन (Installment Loans) के आधार पर किया जाता है, जो उपभोक्ताओं को टिकाऊ वस्तुएं खरीदने के लिए दिया जाता है। इन किस्त लोन को उनकी ब्याज दरों, सुरक्षा आवश्यकताओं, और शर्तों के आधार पर विभाजित किया जाता है। आइए, इसे स्पष्ट रूप से समझते हैं:

किस्त लोन (Installment Loans):

ये कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन का सबसे आम प्रकार है, जिसमें लोन की राशि साप्ताहिक, पाक्षिक, मासिक, या द्विमासिक किश्तों में चुकानी होती है। इसमें ब्याज दर निश्चित या समय के साथ बदल सकती है, और सुरक्षा (कोलैटरल) की आवश्यकता हो सकती है या नहीं भी हो सकती।

किस्त लोन के उप-प्रकार:

फिक्स्ड-रेट कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (Fixed-rate Consumer Durable Loan): इसमें लोन की अवधि के दौरान ब्याज दर स्थिर रहती है, यानी ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं होता।

भुगतान की निश्चितता रहती है क्योंकि ब्याज दर नहीं बदलती, जिससे आप पहले से ही जान सकते हैं कि पूरे लोन पर आपको कितना भुगतान करना है।

वैरिएबल-रेट कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (Variable-rate Consumer Durable Loan): इसमें ब्याज दर बाजार की स्थितियों के अनुसार समय के साथ बदलती रहती है। बाजार की ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव से आपका ब्याज भुगतान भी भिन्न हो सकता है।

अगर ब्याज दरें कम होती हैं, तो आपकी किस्तों का कुल भुगतान कम हो सकता है। लेकिन, इसके साथ जोखिम भी होता है कि ब्याज दरें बढ़ सकती हैं।

सिक्योर्ड कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (Secured Consumer Durable Loan): इस प्रकार के लोन में उधारकर्ता को किसी संपत्ति (जैसे खरीदी जा रही वस्तु, फिक्स्ड डिपॉजिट, सोने के गहने, आदि) को गिरवी रखना पड़ता है। यह लोन आमतौर पर उन वस्तुओं के लिए लिया जाता है जो महंगे होते हैं और जिन पर बैंक सुरक्षा के रूप में दावा कर सकते हैं।

ब्याज दरें कम होती हैं क्योंकि यह लोन सिक्योर्ड होता है। लोन की राशि अधिक होती है, और लोन की स्वीकृति में आसान प्रक्रिया हो सकती है।

अनसिक्योर्ड कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन (Unsecured Consumer Durable Loan): इस प्रकार के लोन में कोई कोलैटरल या संपत्ति की आवश्यकता नहीं होती। यह लोन बिना किसी सुरक्षा के दिया जाता है और इसका उपयोग छोटे या मंझोले प्रोडक्ट्स की खरीद के लिए किया जाता है।

यह सबसे सामान्य प्रकार का कंज्यूमर लोन है, जो प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों पर उपलब्ध होता है। त्योहारों के समय या विशेष ऑफर्स में ब्याज दर 0% तक हो सकती है, और प्रोसेसिंग फीस माफ हो सकती है।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन से किस प्रकार की खरीदारी की जाती है

यह लोन किसी पर्सनल लोन की तरह ही होता है, लेकिन विशेष रूप से उपभोक्ता सामानों की खरीदारी के लिए डिज़ाइन किया गया है।

आइए कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के विभिन्न प्रकारों और उनके उद्देश्य को विस्तार से समझते हैं:

1. पर्सनल लोन (Personal Loan)

पर्सनल लोन सबसे व्यापक प्रकार का कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन है। यह बहुउद्देश्यीय लोन होता है, जिसे किसी भी प्रकार की खरीदारी, चाहे वह फोन हो, यात्रा हो, या घरेलू सामान हो, के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

इसका उपयोग आप किसी भी उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु को खरीदने के लिए कर सकते हैं। अन्य लोन्स की तुलना में कम कागजी प्रक्रिया की आवश्यकता होती है। इसका अप्रूवल भी जल्दी होता है और बिना ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन के मिल जाता है।

2. कार लोन (Auto Loan)

यह लोन विशेष रूप से वाहन खरीदने के लिए लिया जाता है। चाहे वह नई हो या पुरानी कार, यह लोन आपको फाइनेंसिंग की सुविधा प्रदान करता है। कार लोन पर ब्याज दरें पर्सनल लोन से कम होती हैं।

यह केवल वाहन खरीदारी के लिए होता है। कार डीलरशिप, बैंक, और अन्य फाइनेंशियल कंपनियां यह लोन प्रदान करती हैं।

3. होम अप्लायंसेज के लिए लोन (Loan for Home Appliances)

यह लोन विशेष रूप से घरेलू उपकरणों (जैसे कि फ्रिज, एसी, वॉशिंग मशीन) की खरीदारी के लिए लिया जाता है। ये उपकरण महंगे होते हैं और इसे आसान किस्तों में खरीदने के लिए इस प्रकार का लोन लिया जाता है।

यह लोन आमतौर पर छोटी अवधि के लिए दिया जाता है। कंपनियां डिस्काउंट और नो-कॉस्ट EMI के साथ लोन ऑफर करती हैं। इस प्रकार के लोन का अप्रूवल जल्दी होता है।

4. इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए लोन (Loan for Electronics)

इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे कि लैपटॉप, मोबाइल, स्मार्ट टीवी, आदि की खरीदारी के लिए लिया जाने वाला लोन है। यह आज के डिजिटल युग में बेहद लोकप्रिय है।

कई इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर कम डाउन पेमेंट के साथ यह लोन ऑफर करते हैं। कई कंपनियां नो-कॉस्ट EMI योजनाएं प्रदान करती हैं, जिससे उपभोक्ता बिना ब्याज के ईएमआई चुका सकते हैं। इलेक्ट्रॉनिक सामानों की खरीदारी के लिए लोन अप्रूवल और वितरण की प्रक्रिया तेजी से होती है।

5. फर्नीचर लोन (Furniture Loan)

यह लोन फर्नीचर खरीदने के लिए लिया जाता है, जैसे कि सोफा सेट, बेड, डाइनिंग टेबल आदि। EMI भुगतान योजना के साथ फर्नीचर खरीदना आसान होता है। त्योहारों या ऑफर पीरियड में कम ब्याज दर और नो-कॉस्ट EMI मिल सकती है।

6. मोटरसाइकिल लोन (Motorcycle Loan)

यह लोन मोटरसाइकिल या स्कूटर खरीदने के लिए लिया जाता है। वाहन की कीमत को EMI में बदलकर भुगतान किया जा सकता है। मोटरसाइकिल लोन पर डाउन पेमेंट भी कम रखा जाता है। मोटरसाइकिल लोन का अप्रूवल और वितरण प्रक्रिया तेज होती है।

7. मेडिकल उपकरण लोन (Medical Equipment Loan)

मेडिकल उपकरण, जैसे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, व्हीलचेयर, बेड आदि की खरीद के लिए यह लोन दिया जाता है। यह लोन आमतौर पर मेडिकल इमरजेंसी में लिया जाता है। मेडिकल आवश्यकताओं के कारण इसे जल्दी अप्रूवल दिया जाता है।

8. शैक्षिक लोन (Educational Loan for Gadgets)

यह लोन शैक्षिक सामग्री या गैजेट्स, जैसे टैबलेट, लैपटॉप आदि, की खरीद के लिए लिया जाता है। इसका विशेष उपयोग छात्रों और शिक्षण उद्देश्यों के लिए किया जाता है। EMI योजनाओं के साथ यह उपकरण खरीदे जा सकते हैं।

Consumer Durable Loan Fees & Charges (कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के शुल्क और चार्जेज)

जब आप किसी उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु (जैसे कि घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स) की खरीद के लिए कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेते हैं, तो इसके साथ कुछ शुल्क और चार्जेज लागू होते हैं। ये शुल्क लोन की प्रक्रिया, प्रबंधन, और चुकौती से जुड़े होते हैं। आइए इन शुल्कों और चार्जेज के बारे में विस्तार से जानते हैं:

1. प्रोसेसिंग फीस (Processing Fees)

यह वह शुल्क है जो लोन की प्रोसेसिंग के लिए बैंक या फाइनेंस कंपनी द्वारा लिया जाता है। यह आमतौर पर लोन राशि का एक छोटा प्रतिशत होता है।

प्रोसेसिंग फीस आम तौर पर 1% से 3% तक होती है, लेकिन कुछ मामलों में विशेष ऑफर के तहत यह 0% भी हो सकती है। नो-कॉस्ट EMI योजनाओं के तहत, कई बार प्रोसेसिंग फीस भी माफ की जाती है।

2. प्री-पेमेंट चार्ज (Prepayment Charges)

अगर आप लोन की अवधि पूरी होने से पहले लोन की राशि का आंशिक या पूरा भुगतान करना चाहते हैं, तो इसके लिए प्री-पेमेंट चार्ज लिया जा सकता है।

यह आमतौर पर लोन की शेष राशि का 2% से 5% तक होता है। हालांकि, कुछ फाइनेंस कंपनियां प्रारंभिक चुकौती की सुविधा भी मुफ्त में देती हैं। आपको यह जांचना चाहिए कि आपका लोन फ्री प्री-पेमेंट की अनुमति देता है या नहीं।

3. लेट पेमेंट चार्ज (Late Payment Charges)

अगर आप किसी मासिक EMI या लोन किस्त का भुगतान समय पर नहीं कर पाते हैं, तो बैंक या फाइनेंस कंपनी लेट पेमेंट चार्ज लगाती है।

यह चार्ज आमतौर पर 2% से 4% तक होता है, और यह आपकी EMI या बकाया राशि के आधार पर लगाया जाता है। समय पर भुगतान करने से इस चार्ज से बचा जा सकता है।

4. लोन कैंसिलेशन चार्ज (Loan Cancellation Charges)

अगर आप लोन अप्रूवल के बाद उसे कैंसिल करना चाहते हैं, तो बैंक या फाइनेंस कंपनी इस पर एक कैंसिलेशन चार्ज लगा सकती है।

यह शुल्क लोन राशि का 1% से 3% तक हो सकता है।

कुछ मामलों में, यदि लोन की राशि जारी नहीं हुई है, तो कैंसिलेशन शुल्क माफ किया जा सकता है।

5. चेक बाउंस चार्ज (Cheque Bounce Charges)

अगर आपने EMI का भुगतान चेक द्वारा किया है और वह चेक बाउंस हो जाता है (अपर्याप्त फंड या अन्य कारणों से), तो चेक बाउंस चार्ज लगाया जाता है।

यह चार्ज आमतौर पर ₹500 से ₹1000 तक हो सकता है, और यह फाइनेंस कंपनी पर निर्भर करता है। चेक बाउंस से बचने के लिए सुनिश्चित करें कि आपके खाते में पर्याप्त फंड हों।

6. नॉन-मेंटेनेंस चार्ज (Non-maintenance Charges)

अगर लोन अकाउंट के नियमों के अनुसार आपका अकाउंट मेंटेन नहीं किया जाता है, तो नॉन-मेंटेनेंस चार्ज लगाया जा सकता है। यह चार्ज बैंक की पॉलिसी के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।

7. ब्याज दर (Interest Rate)

ब्याज दर वह शुल्क है जो लोन की राशि पर लिया जाता है। यह दर बैंक या फाइनेंस कंपनी द्वारा तय की जाती है और यह आपके क्रेडिट स्कोर, लोन अवधि, और लोन राशि पर निर्भर करती है।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन पर ब्याज दर आमतौर पर 10% से 20% के बीच होती है। लेकिन कई बार “नो-कॉस्ट EMI” ऑफर्स के तहत ब्याज दर 0% भी होती है।

8. स्टाम्प ड्यूटी और अन्य चार्जेज (Stamp Duty & Other Legal Charges)

यह फीस लोन अप्रूवल के समय ली जा सकती है। कुछ राज्यों में लोन डॉक्यूमेंट्स पर स्टाम्प ड्यूटी या अन्य कानूनी शुल्क लगाए जा सकते हैं।

Consumer Durable Loan के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्राप्त करने के लिए आवश्यक कुछ सामान्य डाक्यूमेंट्स नीचे दिए गए हैं:

  • पासपोर्ट साइज़ फोटो के साथ विधिवत भरा हुआ आवेदन पत्र
  • पहचान प्रमाण: आधार कार्ड/ पैन कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेंस/ मतदाता आईडी/ पासपोर्ट
  • पता प्रमाण: आधार कार्ड/ पासपोर्ट/ बैंक खाता स्टेटमेंट/ पट्टा/ संपत्ति खरीद समझौता/ उपयोगिता बिल (3 महीने से अधिक पुराना नहीं)/ ड्राइविंग लाइसेंस
  • आय प्रमाण:
  • वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए: वेतन स्लिप/ बैंक खाता स्टेटमेंट/ फॉर्म 16
  • स्व-रोज़गार व्यक्तियों के लिए: बैंक खाता स्टेटमेंट/ पिछले वर्ष की आयकर रिटर्न/ लाभ और हानि का विवरण तथा बैलेंस शीट
  • बैंक द्वारा आवश्यक कोई अन्य दस्तावेज़

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ऑनलाइन कैसे ले सकते हैं?

आजकल, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन लेना बहुत आसान हो गया है, खासकर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से। इसके लिए आपको बैंक या वित्तीय संस्थान के शाखाओं में जाने की ज़रूरत नहीं है। विभिन्न ई-कॉमर्स वेबसाइट्स और फाइनेंस कंपनियां ऑनलाइन लोन ऑफर करती हैं। आइए, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन को ऑनलाइन कैसे प्राप्त किया जा सकता है, इस प्रक्रिया को विस्तार से समझते हैं:

1. ई-कॉमर्स वेबसाइट्स के जरिए लोन लेना (Through E-Commerce Platforms)

अमेज़न, फ्लिपकार्ट, और अन्य प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के तहत नो-कॉस्ट ईएमआई या लोन विद इंटरेस्ट ऑप्शन प्रदान करते हैं। इसका तरीका निम्नलिखित है:

  • प्रोडक्ट का चयन: ई-कॉमर्स वेबसाइट पर जाएं और अपनी मनपसंद वस्तु जैसे टीवी, फ्रिज, लैपटॉप या मोबाइल का चयन करें।
  • पेमेंट ऑप्शन में ईएमआई चुनें: जब आप चेकआउट पेज पर पहुंचते हैं, तो पेमेंट विकल्पों में ईएमआई का विकल्प चुनें।
  • लोन विकल्प देखें: आपको उपलब्ध ईएमआई योजनाओं और लोन ऑफरिंग की जानकारी दिखाई देगी। इसमें लोन अवधि, ब्याज दर और कुल चुकाए जाने वाली राशि की जानकारी दी जाएगी।
  • अपना डेबिट/क्रेडिट कार्ड या ईएमआई कार्ड जोड़ें: अब आप अपने डेबिट/क्रेडिट कार्ड की जानकारी दर्ज करें या बजाज फिनसर्व जैसे किसी ईएमआई कार्ड का उपयोग करें।
  • ओटीपी सत्यापन: एक बार जब आप जानकारी दर्ज कर देते हैं, तो आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी प्राप्त होगा जिसे आपको दर्ज करना होगा।
  • लोन स्वीकृति: ओटीपी सत्यापन के बाद, लोन तुरंत मंजूर हो जाता है, और आप अपनी वस्तु की डिलीवरी की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।

2. फाइनेंस कंपनियों की वेबसाइट के जरिए (Through Finance Companies’ Websites)

बहुत सी वित्तीय संस्थान और बैंक सीधे अपनी वेबसाइट्स पर कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्रदान करते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए यह प्रक्रिया है:

  • बैंक/फाइनेंस कंपनी की वेबसाइट पर जाएं: जिस बैंक या फाइनेंस कंपनी से आप लोन लेना चाहते हैं, उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • लोन प्रोडक्ट्स देखें: वेबसाइट पर ‘कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन’ के विकल्प को ढूंढें और उसकी डिटेल्स देखें।
  • लोन के लिए आवेदन करें (Apply Online): जब आप आवेदन करने के लिए तैयार हों, तो ‘Apply Now’ पर क्लिक करें।
  • आवश्यक जानकारी भरें: आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी (जैसे नाम, पता, आय, आदि) भरनी होगी और KYC दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे।
  • क्रेडिट स्कोर चेक: बैंक या कंपनी आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करेगी। एक अच्छा क्रेडिट स्कोर आपकी लोन स्वीकृति की संभावना को बढ़ा देता है।
  • लोन ऑफर प्राप्त करें: पात्रता जांच के बाद, आपको लोन की शर्तें (ब्याज दर, ईएमआई, और अवधि) प्रदान की जाएंगी।
  • डिजिटल हस्ताक्षर (e-Signature): ऑनलाइन लोन प्रक्रिया में आपको डिजिटल हस्ताक्षर करना होता है, ताकि कागजी कार्रवाई की जरूरत न पड़े।
  • लोन स्वीकृति और राशि का हस्तांतरण: जब आपका लोन मंजूर हो जाता है, तो राशि सीधे आपके बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाती है या आपकी ईएमआई योजना चालू हो जाती है।

3. मोबाइल ऐप्स के जरिए लोन लेना (Through Mobile Applications)

कई वित्तीय संस्थाएं और बैंक अपने खुद के मोबाइल ऐप्स के माध्यम से भी कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्रदान करती हैं। ऐप्स के जरिए लोन प्रक्रिया बेहद सरल और तेज होती है। इसका तरीका निम्नलिखित है:

  • फाइनेंस ऐप डाउनलोड करें: उस बैंक या फाइनेंस कंपनी का ऐप डाउनलोड करें जहां से आप लोन लेना चाहते हैं (जैसे बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, आदि)।
  • प्रोफाइल बनाएं: ऐप पर लॉगिन करें और अपनी जानकारी भरकर प्रोफाइल बनाएं।
  • लोन विकल्प चुनें: ‘कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन’ के विकल्प को चुनें और लोन आवेदन प्रक्रिया शुरू करें।
  • आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें: पैन कार्ड, आधार कार्ड, और इनकम प्रूफ जैसे दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें।
  • लोन स्वीकृति: सभी जानकारी सही पाए जाने पर लोन मंजूर कर लिया जाता है, और आपको यह जानकारी ऐप के माध्यम से प्राप्त होती है।
  • ईएमआई की शुरुआत: स्वीकृत लोन के बाद, ईएमआई भुगतान की प्रक्रिया आपके बैंक खाते से शुरू हो जाती है।

4. ईएमआई कार्ड या डेबिट कार्ड के जरिए (Through EMI Cards or Debit Cards)

कुछ वित्तीय संस्थान, जैसे कि बजाज फिनसर्व, अपने ईएमआई कार्ड के माध्यम से बिना क्रेडिट कार्ड या भारी डाउन पेमेंट के लोन देते हैं। यह प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक होती है:

  • ईएमआई कार्ड प्राप्त करें: सबसे पहले, आपको वित्तीय संस्थान से ईएमआई कार्ड प्राप्त करना होगा।
  • ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म पर इसका उपयोग करें: ई-कॉमर्स वेबसाइट्स या पार्टनर स्टोर्स पर खरीदारी करते समय इस ईएमआई कार्ड का उपयोग करें।
  • ईएमआई भुगतान की योजना बनाएं: प्रोडक्ट चुनने के बाद, ईएमआई विकल्प और भुगतान योजना का चयन करें।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ऑफलाइन कैसे ले सकते हैं?

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ऑफलाइन लेने के लिए कई आसान विकल्प उपलब्ध हैं। यह उन ग्राहकों के लिए बेहतर होता है जो ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के बजाय पारंपरिक तरीके से लोन लेना पसंद करते हैं या जिन्हें वित्तीय संस्थान की मदद की आवश्यकता होती है। आइए, कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन को ऑफलाइन लेने के तरीकों पर नजर डालते हैं:

1. बैंक या वित्तीय संस्थान में व्यक्तिगत रूप से आवेदन करें

यह सबसे पारंपरिक तरीका है, जहां आप सीधे बैंक या वित्तीय संस्थान की शाखा में जाकर लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रक्रिया इस प्रकार होती है:

सबसे पहले, उस बैंक या एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) की नजदीकी शाखा पर जाएं, जो कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्रदान करती है।

बैंक या एनबीएफसी की शाखा में लोन काउंटर पर जाएं और कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के लिए पूछें। वहां मौजूद प्रतिनिधि आपको पूरी जानकारी देंगे।

आवेदन फॉर्म भरें: लोन प्रतिनिधि आपको एक आवेदन फॉर्म देगा, जिसे आपको ध्यान से भरना होगा। इसमें आपकी व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी जैसे नाम, पता, आय विवरण आदि भरना होगा।

आवश्यक दस्तावेज जमा करें: फॉर्म के साथ आवश्यक दस्तावेज जमा करें, जैसे:

  • पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड)
  • निवास प्रमाण पत्र (राशन कार्ड, बिजली बिल, आदि)
  • आय प्रमाण पत्र (वेतन पर्ची, बैंक स्टेटमेंट, आदि)
  • KYC दस्तावेज

क्रेडिट स्कोर और पात्रता जांच: बैंक आपके आवेदन को सत्यापित करेगा और आपके क्रेडिट स्कोर की जांच करेगा। यदि आप पात्र पाए जाते हैं, तो आपका लोन स्वीकृत हो जाएगा।

लोन स्वीकृति और प्रोडक्ट खरीद: लोन मंजूर होने के बाद, बैंक आपको प्रोडक्ट खरीदने के लिए एक स्वीकृति पत्र (sanction letter) देगा, जिसे आप अपने नजदीकी रिटेल स्टोर में जाकर उपयोग कर सकते हैं।

2. रिटेल स्टोर पर इन-स्टोर फाइनेंसिंग (In-Store Financing)

यह तरीका उन ग्राहकों के लिए है जो सीधे किसी रिटेल स्टोर से उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं की खरीद करते हैं। यहां स्टोर द्वारा ही फाइनेंस की सुविधा प्रदान की जाती है। यह प्रक्रिया कुछ इस प्रकार है:

  • स्टोर से प्रोडक्ट का चयन करें: जब आप किसी रिटेल स्टोर में होते हैं, तो आप अपने पसंदीदा प्रोडक्ट जैसे फ्रिज, टीवी, एसी, या मोबाइल को चुनें।
  • फाइनेंस प्रतिनिधि से संपर्क करें: अधिकांश बड़े इलेक्ट्रॉनिक या होम अप्लायंसेज स्टोर्स जैसे रिलायंस डिजिटल, विजय सेल्स, क्रोमा आदि में फाइनेंसिंग पार्टनर (जैसे बजाज फिनसर्व, एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज) होते हैं। आप उनके प्रतिनिधि से संपर्क करें।
  • लोन विकल्प चुनें: प्रतिनिधि आपको कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के बारे में पूरी जानकारी देगा और किस्तों (ईएमआई) के विकल्प बताएगा।
  • दस्तावेज प्रस्तुत करें: आपको अपनी पहचान और निवास प्रमाण पत्र के साथ आय के दस्तावेज भी जमा करने होंगे।
  • लोन स्वीकृति: दस्तावेज़ सत्यापन और क्रेडिट स्कोर चेक करने के बाद, यदि आप पात्र हैं, तो लोन मंजूर हो जाएगा।
  • प्रोडक्ट घर ले जाएं: लोन स्वीकृत होने के बाद, आप अपनी पसंदीदा वस्तु को तुरंत घर ले जा सकते हैं, और मासिक ईएमआई भुगतान शुरू हो जाएंगे।

3. एनबीएफसी एजेंट्स के माध्यम से (Through NBFC Agents)

कुछ एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां) अपने एजेंट्स के माध्यम से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन प्रदान करती हैं। इन एजेंट्स से संपर्क करके आप लोन की प्रक्रिया को पूरी तरह से ऑफलाइन तरीके से पूरा कर सकते हैं।

एजेंट से संपर्क करें: यदि आपका किसी एनबीएफसी (जैसे बजाज फिनसर्व, टाटा कैपिटल) के एजेंट से संपर्क है, तो आप उनसे सीधे कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं।

दस्तावेज जमा करें: एजेंट आपकी जानकारी और दस्तावेजों को इकट्ठा करेगा और उसे एनबीएफसी के साथ शेयर करेगा। इसमें पहचान पत्र, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र आदि शामिल होते हैं।

लोन स्वीकृति और राशि ट्रांसफर: एजेंट दस्तावेज़ों को एनबीएफसी में जमा करेगा। यदि आपकी पात्रता पूरी होती है, तो एनबीएफसी आपके लोन को स्वीकृत करेगी और लोन राशि आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी। फिर आप इस राशि का उपयोग अपनी पसंद के कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट को खरीदने के लिए कर सकते हैं।

4. फाइनेंसिंग ऑफर्स के माध्यम से (Through Financing Offers)

कई बड़े रिटेल स्टोर्स और ब्रांड्स विशेष ऑफर्स और फाइनेंसिंग योजनाएं प्रदान करते हैं। ये ऑफर्स त्योहारों के दौरान या विशेष प्रमोशनल अवधि में उपलब्ध होते हैं। आप इन ऑफर्स का लाभ उठाकर आसानी से कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन ले सकते हैं।

प्रमोशनल ऑफर्स की खोज करें: किसी भी रिटेल स्टोर पर जाएं और उनकी वेबसाइट या ऑफलाइन कैटलॉग में मौजूदा प्रमोशनल ऑफर्स की जांच करें।

फाइनेंसिंग विकल्पों के बारे में पूछें: स्टोर पर पहुंचने के बाद, आप स्टोर के कर्मचारियों से ईएमआई विकल्पों और विशेष ऑफर्स के बारे में पूछ सकते हैं।

आवेदन प्रक्रिया पूरी करें: स्टोर पर उपलब्ध फाइनेंसिंग योजनाओं के अनुसार आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करें और आवेदन प्रक्रिया पूरी करें।

लोन मंजूरी और प्रोडक्ट खरीदें: यदि आपका लोन मंजूर हो जाता है, तो आप अपनी पसंद का प्रोडक्ट खरीद सकते हैं और ईएमआई का भुगतान शुरू कर सकते हैं।

Consumer Durable Loan की ब्याज दर को प्रभावित करने वाले फैक्टर्स

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की ब्याज दर कई कारकों द्वारा प्रभावित होती है। यह जानना आवश्यक है कि ये कारक आपकी ब्याज दर को कैसे प्रभावित कर सकते हैं, ताकि आप बेहतर निर्णय ले सकें। यहाँ पर प्रमुख कारकों और क्रेडिट स्कोर के प्रभाव को समझाते हुए एक तालिका दी गई है:

फैक्टरविवरण
क्रेडिट स्कोरआपकी क्रेडिट हिस्ट्री और क्रेडिट स्कोर सीधे तौर पर ब्याज दर को प्रभावित करते हैं। उच्च क्रेडिट स्कोर से कम ब्याज दर मिलती है।
उधारकर्ता का प्रोफाइलआपकी आय, रोजगार की स्थिति, और स्थिरता जैसे कारक भी ब्याज दर को प्रभावित करते हैं। स्थिरता और उच्च आय वाले उधारकर्ताओं को कम ब्याज दर मिलती है।
लोन की अवधिलोन की अवधि के अनुसार ब्याज दर भिन्न हो सकती है। आमतौर पर, लम्बी अवधि के लोन पर ब्याज दर अधिक होती है।
लोन की राशिउच्च लोन राशि के लिए ब्याज दरें भिन्न हो सकती हैं। कुछ वित्तीय संस्थान बड़ी राशियों के लिए कम ब्याज दर प्रदान करते हैं।
बाजार की स्थितिवित्तीय बाजारों में मौजूदा ब्याज दरों और आर्थिक स्थिरता का भी प्रभाव होता है। जब अर्थव्यवस्था स्थिर होती है, तो ब्याज दरें कम होती हैं।
सुरक्षित बनाम असुरक्षित लोनसुरक्षित लोन (जिसमें संपत्ति जमानत के रूप में दी जाती है) पर ब्याज दरें आमतौर पर असुरक्षित लोन की तुलना में कम होती हैं।
प्रोमोशनल ऑफर्सविभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा समय-समय पर पेश किए जाने वाले विशेष ऑफर्स भी ब्याज दर को कम कर सकते हैं।

क्रेडिट स्कोर का महत्व

क्रेडिट स्कोर एक महत्वपूर्ण संकेतक है जो आपकी वित्तीय स्थिति और ऋण चुकौती क्षमताओं को दर्शाता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और इसका प्रभाव निम्नलिखित प्रकार से होता है:

  1. उच्च स्कोर (750 और ऊपर): यदि आपका क्रेडिट स्कोर उच्च है, तो आपको सबसे अच्छे ब्याज दरों का लाभ मिल सकता है। वित्तीय संस्थान आपको कम जोखिम के रूप में देखते हैं।
  2. मध्यम स्कोर (650-749): इस रेंज में स्कोर होने पर आपको औसत ब्याज दर मिल सकती है। आप ब्याज दर को कम करने के लिए कुछ सुधार कर सकते हैं।
  3. निम्न स्कोर (649 और नीचे): इस रेंज में, आपको उच्च ब्याज दरों का सामना करना पड़ सकता है। कुछ ऋणदाताओं को लोन देने में हिचकिचाहट हो सकती है।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन देने वाले प्रमुख संस्थानों की सूची

विभिन्न संस्थानों द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरें, शुल्क और शर्तें अलग-अलग हो सकती हैं। लोन लेने से पहले, विभिन्न संस्थानों की पेशकशों की तुलना करना और अपने लिए सबसे अच्छा विकल्प चुनना महत्वपूर्ण है।

संस्थान का प्रकारसंस्थान का नाम
बैंकSBI, HDFC Bank, ICICI Bank, Axis Bank, Kotak Mahindra Bank, पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इंडसइंड बैंक, एचएसबीसी बैंक
एनबीएफसीBajaj Finance, HDFC Finance, Hero FinCorp, Mahindra Finance, TVS Credit, L&T Finance, Shriram City Union Finance
ऑनलाइन लेंडिंग प्लेटफॉर्मPaisabazaar, BankBazaar, PolicyBazaar, Credy, Dhani, MoneyTap
रिटेलर्सCroma, Vijay Sales, Reliance Digital, Flipkart, Amazon (कुछ प्रोडक्ट्स के लिए)

Consumer Durable Loan FAQ’s

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की किस्त देने की तारीख कैसे जांच करूं?

अधिकांश लोन देने वाली संस्थाएं हर महीने की 2 या 3 तारीख को कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन की ईएमआई काट लेती हैं। यह विवरण लोन अनुबंध में उल्लिखित होगा, और लोन एग्रीमेंट के समय प्रदान किए गए लॉगिन विवरण का उपयोग करके लोन देने वाली संस्था के मोबाइल एप्लिकेशन पर भी देखा जा सकता है। बस अपने लोन अनुबंध या मोबाइल ऐप पर जांच कर लें, और आपको अपनी किस्त की रीपेमेंट डेट पता चल जाएगी।

पर्सनल लोन और कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन में क्या अंतर है?

पर्सनल लोन का उपयोग के मेडिकल खर्चे, घर की मरम्मत, debt consolidation जैसी विभिन्न व्यक्तिगत वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करने के लिए लिया जा सकता है। कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन पर्सनल लोन का एक विशिष्ट प्रकार है जो consumer durable products जैसे घरेलू उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और अन्य सामान्य घरेलू सामान खरीदने के लिए लिया जा सकता है। हालांकि, ये सामान्य पर्सनल लोन्स की तुलना में सस्ते होते हैं क्योंकि इन्हें अक्सर कम या 0% ब्याज दर और नाममात्र प्रोसेसिंग शुल्क पर प्रदान किया जाता है।

कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन पर ब्याज कैसे निर्धारित किया जाता है?

Consumer Loan पर देय ब्याज समय के साथ और एक लैंडर्स से दूसरे में भिन्न हो सकता है। यह उस प्रोडक्ट, ब्रांड या विक्रेता से भी भिन्न हो सकता है जिसे आप खरीदना चाहते हैं साथ ही आपकी लोन आवेदक के रूप में प्रोफाइल, लोन राशि, इच्छित अवधि आदि पर भी निर्भर करता है।

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