बच्चों के लिए बैंक अकाउंट कैसे खोलें | Minor Bank Account
क्या आप अपने बच्चे के लिए एक Minor Bank Account चाहते हैं? तो आज की पोस्ट में हम बात करेंगे कि कैसे आप अपने बच्चों के लिए बैंक अकाउंट खोल सकते हैं।
अपने बच्चे के भविष्य के लिए बचत करने की शुरुआत करने के लिए उनके बैंक अकाउंट खोलना चाहते हैं पर शुरू कैसे करें? देखे कैसे आप बड़ी ही आसनी से अपने बच्चों के लिए बैंक अकाउंट खोल सकते हैं।
मां-बाप होना एक बहुत बड़ा जिम्मेदारी होता है। बच्चों को अच्छे संस्कार, नीति और नैतिक शिक्षा तो सभी माता-पिता अपनी पूरी कोशिश करते हैं पर, पैसों की दिशा में सही तरह की शिक्षा देना अक्सर भूल जाते हैं। बच्चों को सही पैसे का प्रबंध और अच्छे निवेश के आदत सीखना उनके विकास और सफलता के लिए बहुत जरूरी है।
एक बच्चे या एक बड़े आदमी के लिए पैसे की व्यवस्था की पहली सीढ़ी हमारे बैंक खाते की शुरुआत है जिसमें निवेश किया जा सकता है। अपने बच्चों के लिए एक बचत खाता खोलना उन्हें पैसे का काम कैसे होता है और कैसे वो बढ़ता है समझने में मदद करेगा। आज कल कई प्रसिद्ध बैंक है जो बच्चों के लिए बचत खाते की सुविधा प्रदान करते हैं, जिसके लिए माँ-बाप के लिए उनके बच्चों के लिए एक खाता खोलना बड़ी ही आसान हो जाता है। जैसे की, आईसीआईसीआई बैंक के यंग स्टार्स अकाउंट, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पहले कदम और पहली उड़ान, एचडीएफसी बैंक के किड्स एडवांटेज अकाउंट और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के यूथ बैंकिंग अकाउंट्स।
Minor Bank Account क्या होता है?
Minor savings account एक तरह का बैंक खाता होता है जो छोटे बच्चों के लिए बनाया जाता है। इस खाते में बच्चे के नाम से पैसे जमा किए जाते हैं जिसमें वे बचत कर सकते हैं। इस तरह का खाता बच्चों को निजी बैंकिंग के बारे में सिखाता है और उन्हें अपनी आर्थिक गतिविधियों को कंट्रोल करना सिखाता है।
ये खाते छोटे बच्चों के लिए आसानी से उपलब्ध होते हैं और इसके लिए विशेष छूट दी जाती है। इसमें बच्चों के लिए विशेष सुविधाएं होती हैं जैसे कि शिक्षा लोन या सेविंग पर अधिक इंट्रेस्ट रेट्स। इन खातों को बच्चों की उम्र के आधार पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
छोटे बच्चों के लिए ये खाते एक अच्छा विकल्प होते हैं जिससे वे निजी बैंकिंग के महत्व को समझ सकते हैं और बचत और निवेश करने का तरीका सीख सकते हैं।
बैंक खाता एक जरूरी चीज है, जो आपके बच्चों के भविष्य के लिए बहुत जरूरी है। एक बैंक खाता खोलना आपके बच्चों को एक अच्छा वित्तीय अनुशासन सिखाता है और उन्हें पैसे की बचत का एक आदत भी देता है। इसके अलावा, एक बैंक अकाउंट के साथ आप आसनी से बच्चों के लिए सेविंग कर सकते हैं और उनके भविष्य के लिए निवेश भी कर सकते हैं।
भारत में Minor Bank Account के प्रकार
माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए बचपन से ही बचत और पैसे के महत्व को सिखाना शुरू कर देते हैं। इस उद्देश्य को पूरा करने में नाबालिग बचत खाते बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए भारत में नाबालिग बचत खातों के विभिन्न प्रकारों के बारे में विस्तार से जानें:
1. बचत खाते (Savings Accounts):
- नाबालिग बच्चों के लिए सबसे आम प्रकार का खाता है।
- इस खाते में जमा राशि पर ब्याज मिलता है, जो बच्चों को बचत के लिए प्रोत्साहित करता है।
- अधिकांश बैंक नाबालिगों के लिए बचत खाते खोलने की सुविधा प्रदान करते हैं।
2. चेकिंग खाते (Checking Accounts):
- इन खातों में जमा राशि पर कम ब्याज मिलता है, लेकिन चेक जारी करके धनराशि निकालने की सुविधा मिलती है।
- 10 वर्ष से अधिक उम्र के नाबालिगों के लिए चेकिंग खाते खोले जा सकते हैं।
3. कस्टोडियल खाते (Custodial Accounts):
- इन खातों में नाबालिग के नाम पर धन जमा किया जाता है, लेकिन नाबालिग के वयस्क होने तक कस्टोडियन (माता-पिता या अभिभावक) खाते पर नियंत्रण रखते हैं।
- इस खाते में जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज नाबालिग के नाम पर होता है।
4. UTMA/UGMA खाते (Uniform Transfers to Minors Act/Uniform Gifts to Minors Act):
- ये नाबालिगों के नाम पर निवेश खाते हैं, जिनमें वयस्कता प्राप्त करने के बाद नाबालिग को खाते का पूर्ण नियंत्रण प्राप्त होता है।
- UTMA खाते में विभिन्न प्रकार के निवेश जैसे स्टॉक, बॉन्ड और म्यूचुअल फंड शामिल किए जा सकते हैं, जबकि UGMA खाते में केवल नकद जमा किया जा सकता है।
माइनर बैंक अकाउंट खोलने के फायदे
1. पैसे का महत्व सिखाता है: नाबालिग बचत खाता आपके बच्चे को बचपन से ही पैसे के महत्व को समझने में मदद करता है। यह उन्हें बचत करने, खर्च करने और बजट बनाने के कौशल विकसित करने का अवसर प्रदान करता है।
2. सुरक्षित बचत: नाबालिग बचत खाता आपके बच्चे के पैसे को सुरक्षित रखता है। बैंक खाते में जमा राशि चोरी या गुम होने से सुरक्षित है और इस पर ब्याज भी मिलता है।
3. लक्ष्यों के लिए बचत: नाबालिग बचत खाता आपके बच्चे को अपने लक्ष्यों के लिए बचत करने के लिए प्रेरित करता है। चाहे वह नया साइकिल खरीदना हो, कॉलेज के लिए फीस जमा करनी हो या भविष्य में कोई बड़ा खर्च, एक बचत खाता उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है।
4. वित्तीय जिम्मेदारी बढ़ाता है: नाबालिग बचत खाते से आपके बच्चे को वित्तीय जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है। खाते को संभालने और पैसे को बुद्धिमानी से खर्च करने का अनुभव उन्हें भविष्य में वित्तीय रूप से सफल होने में मदद करेगा।
5. क्रेडिट इतिहास बनाता है: कुछ बैंक कस्टोडियल खातों के लिए क्रेडिट इतिहास बनाने का विकल्प प्रदान करते हैं। यह आपके बच्चे को भविष्य में ऋण लेने और अन्य वित्तीय उत्पादों का उपयोग करने में मदद कर सकता है।
6. बैंकिंग सुविधाओं का शुरुआती अनुभव: नाबालिग बचत खाता आपके बच्चे को बैंकिंग प्रणाली को समझने का अवसर प्रदान करता है। वे चेक लिखना, ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग करना और अन्य बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाना सीखेंगे।
7. भविष्य के निवेश के लिए सुविधाजनक: नाबालिग बचत खाता आपके बच्चे के भविष्य के लिए निवेश शुरू करने का एक सुविधाजनक तरीका है। आप नियमित रूप से खाते में पैसा जमा कर सकते हैं और ब्याज से जुड़ने के साथ-साथ बच्चे के वयस्क होने पर उसका निवेश बढ़ जाएगा।
नाबालिग बचत खाता खोलना आपके बच्चे के भविष्य को सुरक्षित करने और उन्हें वित्तीय रूप से जिम्मेदार बनने में मदद करने का एक शानदार तरीका है। यह उन्हें पैसे के बारे में समझने, अपने लक्ष्यों के लिए बचत करने और वित्तीय रूप से स्वतंत्र बनने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने में सहायता करता है।
बच्चों के लिए बैंक अकाउंट कैसे चुनें?
नाबालिग के लिए कौन सा खाता सबसे अच्छा है, यह बच्चे की उम्र, वित्तीय लक्ष्य और परिवार की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करता है। बचत खाते बच्चों को बचत की आदत डालने के लिए अच्छे हैं, जबकि चेकिंग खाते 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को वित्तीय स्वतंत्रता का एक छोटा सा अनुभव प्रदान करते हैं। कस्टोडियल खाते बच्चों के लिए दीर्घकालिक निवेश करने के लिए अच्छे हैं, जबकि UTMA/UGMA खाते बच्चों को वयस्कता प्राप्त करने के बाद अपने निवेश को नियंत्रित करने का अवसर प्रदान करते हैं।
बच्चों को बचत की आदत डालने के लिए नाबालिग बचत खाते एक अच्छा विकल्प हैं। माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य की सुरक्षा के लिए इन खातों का उपयोग कर सकते हैं और उन्हें वित्तीय रूप से जिम्मेदार बनने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
सही बैंक का चयन:
अपने बच्चे के लिए नाबालिग बचत खाता खोलते समय सही बैंक का चयन करना महत्वपूर्ण है। यहां कुछ कारकों पर विचार करने के लिए:
1. सुविधाओं और शुल्कों की तुलना करें:
- विभिन्न बैंकों द्वारा नाबालिग बचत खातों के लिए पेश की जाने वाली सुविधाओं और शुल्कों की तुलना करें।
- ब्याज दरों, न्यूनतम शेष राशि आवश्यकताओं और खाता रखरखाव शुल्कों पर ध्यान दें।
- यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई छिपे हुए शुल्क नहीं हैं, बैंक की शर्तों और नियमों को ध्यान से पढ़ें।
2. बच्चे की जरूरतों और भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखें:
- बच्चे की उम्र और वित्तीय समझ के स्तर पर विचार करें। छोटे बच्चों को सरल, सुविधा-युक्त खातों की आवश्यकता हो सकती है, जबकि बड़े बच्चों को अधिक उन्नत सुविधाओं, जैसे कि चेकिंग खाते या डेबिट कार्ड तक पहुंच की आवश्यकता हो सकती है।
- बच्चे के भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को भी ध्यान में रखें। यदि आप बच्चे के लिए कॉलेज की शिक्षा के लिए बचत करना चाहते हैं, तो एक उच्च ब्याज दर वाला खाता एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
3. शैक्षिक संसाधनों और वित्तीय साक्षरता कार्यक्रमों वाले बैंकों की तलाश करें:
- कुछ बैंक बच्चों और उनके परिवारों को वित्तीय साक्षरता पर शिक्षा प्रदान करने के लिए संसाधन और कार्यक्रम पेश करते हैं।
- ये कार्यक्रम बच्चों को बचत, खर्च और बजट बनाने के बारे में सीखने में मदद कर सकते हैं।
4. ग्राहक सेवा और बैंक की शाखाओं की पहुंच को ध्यान में रखें:
- सुनिश्चित करें कि आप उस बैंक से संपर्क कर सकते हैं जिसके साथ आप किसी भी प्रश्न या समस्या के लिए सहज हैं।
- बैंक की शाखाओं के स्थान पर भी विचार करें, खासकर यदि आपके बच्चे को कभी भी व्यक्तिगत रूप से बैंक जाने की आवश्यकता होती है।
5. डिजिटल बैंकिंग सुविधाओं पर विचार करें:
- कई बैंक नाबालिगों को ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल ऐप तक सीमित पहुंच प्रदान करते हैं।
- डिजिटल बैंकिंग सुविधाएँ आपके बच्चे को अपने खाते को प्रबंधित करने और अपने वित्तीय लेनदेन को ट्रैक करने में मदद कर सकती हैं।
सही बैंक का चयन करके, आप सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपके बच्चे का नाबालिग बचत खाता उनकी आवश्यकताओं और भविष्य के लक्ष्यों के अनुकूल है। यह उन्हें वित्तीय रूप से जिम्मेदार बनने और एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए बचत करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा।
माइनर अकाउंट खोलने वाले प्रमुख बैंक और उनकी विशेषताएं
बैंक | अकाउंट का नाम | न्यूनतम आयु | न्यूनतम जमा राशि | ब्याज दर |
---|---|---|---|---|
ICICI बैंक | यंग स्टार्स अकाउंट | 10 | ₹1,000 | 4.0% |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | पहले कदम | 0 | ₹100 | 3.5% |
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया | पहली उड़ान | 10 | ₹1,000 | 3.5% |
एचडीएफसी बैंक | किड्स एडवांटेज अकाउंट | 7 | ₹500 | 4.0% |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | यूथ बैंकिंग अकाउंट | 10 | ₹1,000 | 3.5% |
बच्चों के लिए बैंक अकाउंट कैसे खोलें (Minor Savings Account Kaise Khole)
तो चलिये शुरू करते हैं और जानते हैं कि एक माइनर के लिए बैंक अकाउंट खोलने के लिए क्या जरूरी है:
छोटे बच्चों के लिए अकाउंट खोलने से पहले कुछ चीजें साफ कर लेना जरूरी है। छोटे बच्चों के लिए बैंक खाते कुछ सीमित होते हैं और आम बैंक खाते की सभी सुविधाओं का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। अगर आपने बच्चों के लिए अकाउंट खोलने के खिलाफ फैसला किया है, तो यहां कुछ चीजें हैं जो आपको बैंक से पता कर लेना चाहिए।
बच्चों के बैंक अकाउंट खोलने के लिए उम्र
बैंक आमतौर पर छोटे बच्चों के लिए दो अलग बचत खाता प्रदान करते हैं। एक 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए और दूसरा 10 से 18 साल के बच्चों के लिए। अगर आपका बच्चा 10 साल से कम है, तो बचत खाते को मां-बाप या कोई देखरेख करने वाले के साथ जुड़ कर के चलना होगा। अगर आपका बच्चा 10 साल से ज्यादा का है, तो वो अकाउंट सीधे बच्चे द्वारा चलाया जा सकता है।
न्यूनतम आवश्यक शेष राशि
बैंक आमतौर पर इन खातों को खोलने के लिए एक न्यूनतम शेष राशि की आवश्यकता होती है। यह कहीं भी 2500 रुपये से 10,000 रुपये तक हो सकती है। खाता खोलने से पहले, सुनिश्चित करें कि इस राशि को आप बनाए रखने में सक्षम हैं ताकि बाद में किसी भी समस्या से बचा जा सके।
खर्च की सीमाएं
खाते के मासिक और वार्षिक खर्च सीमा को बैंक से स्पष्ट कर लेना बेहतर होगा। यह अलग-अलग बैंकों के लिए भिन्न होता है। कुछ बैंकों की दैनिक निकासी सीमा 1000 रुपये होती है जबकि कुछ अन्य बैंकों के लिए यह 5000 रुपये होती है। कुछ बैंक नाबालिग खातों के लिए एक वर्ष में कुल डेबिट्स पर कैप भी लगाते हैं। इन बातों को पहले से स्पष्ट कर लेना बेहतर होगा।
इसके अलावा, यह भी स्पष्ट कर लें कि क्या नाबालिग खाते के लिए एक डेबिट कार्ड और चेक बुक प्रदान की जाएगी और यदि हाँ, उसे कौन चला सकता है।
फंड ट्रांसफर
साफ़ कर दें कि माइनर खाते पर इंटर-बैंक फंड ट्रांसफर की अनुमति होती है या नहीं। इसके अलावा, यह भी सुनिश्चित कर लें कि बैंक मां-बाप के खाते से बच्चे के खाते में फंड ट्रांसफर करने के लिए permanent instruction facility प्रदान करता है।
बैंक से कम्युनिकेशन
सुनिश्चित करें कि बैंक आपको माइनर खाते का उपयोग करके की गई सभी लेनदेनों की सफलतापूर्वक सूचित करता है। एसएमएस अलर्ट्स को सक्रिय करें और बैंक से मासिक ई-स्टेटमेंट ईमेल के माध्यम से आपको भेजने का अनुरोध करें।
Minor Bank Account के लिए आवश्यक डाक्यूमेंट्स
भारत में माइनर के लिए बैंक अकाउंट खोले तो आपको कुछ डॉक्यूमेंट की जरूरत होगी:
पहचान प्रमाण: माइनर और उसके माता-पिता का पहचान प्रमाण आवश्यक है। आधार कार्ड, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस आइडेंटिटी प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
लेटेस्ट फोटोग्राफ्स: माइनर के लेटेस्ट फोटोग्राफ जरूरी है। कुछ बैंक माता-पिता की तस्वीरें भी मांग सकते हैं।
एड्रेस प्रूफ: कम्युनिकेशन एड्रेस का प्रूफ दिखाना होगा। बिजली का बिल, गैस का बिल या आधार कार्ड एड्रेस प्रूफ के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
रिलेशनशिप डॉक्यूमेंट: पेरेंट और माइनर के बीच का रिश्ता दिखाने के लिए एक डॉक्यूमेंट जरूरी है। पासपोर्ट, राशन कार्ड या जीवन बीमा पॉलिसी इसके लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
डेट ऑफ बर्थ प्रूफ: माइनर का डेट ऑफ बर्थ प्रूफ दिखाना होगा। जन्म प्रमाण पत्र या आधार कार्ड इसके लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
Minor Bank Account खोलने की प्रक्रिया
माइनर के लिए एक सेविंग्स अकाउंट खोलने की प्रक्रिया यहां बताया गया है:
अधिकतर बैंक, जहां आप बच्चों के खाते को खोलना चाहते हैं, आपसे यह मांगता है कि आपके पास बैंक में एक बचत खाता हो। अगर आपके पास नहीं है तो, पहले आपको अपना सेविंग्स अकाउंट खोल लेना होगा।
- बैंक द्वारा दिए गए फॉर्म में बच्चे को प्राइमरी अकाउंट होल्डर और आपको जॉइंट अकाउंट होल्डर के रूप में दर्ज करें। फॉर्म के साथ सारे जरूरी फोटोज जोड़ दें।
- बैंक द्वारा मांगी जाने वाली सभी पहचान पत्रों को सबमिट करें। आपको पैन कार्ड की जानकारी भी देनी होगी।
- सुनिश्चित करें की सभी सिग्नेचर सही तरह से किए गए हैं। स्पेलिंग मिस्टेक के लिए आपका एप्लीकेशन दोबारा जांच लें और फिर बैंक में सबमिट करें।
- बैंक आपके एप्लिकेशन को प्राप्त करते ही, दी गई जानकारी को वेरिफाई करेगा और खाता तैयार कर देगा।
- खाता तैयार होने के बाद, बैंक आपको अपने खाते के सभी डाक्यूमेंट्स प्रदान करेगा। आपको चेक बुक और पासबुक भी मिल सकती है। ऐसे ही आप एक नाबालिग के लिए खाता खोल सकते हैं।
जब तक बच्चे की उम्र 18 नहीं हो जाती, उस समय बैंक के द्वारा निर्धारित लेनदेन आप कर सकते हैं। जब बच्चा 18 साल का हो जाता है, तो खाता स्वचालित रूप से बंद हो जाता है और आपको कोई भी नकद निकालने के लिए इसे एक आम बचत खाते में बदलना होगा।
Minor Bank Account FAQ’s
माइनर सेविंग अकाउंट क्या है?
माइनर सेविंग अकाउंट एक प्रकार का बैंक खाता होता है, जिसे माता-पिता या अभिभावक अपने बच्चों के लिए खोल सकते हैं, जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है।
minor savings account खोलने के लिए न्यूनतम आयु की आवश्यकता क्या है?
न्यूनतम आयु आवश्यकता बैंक से बैंक में भिन्न होती है। कुछ बैंक 10 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मामूली बचत खाते की पेशकश करते हैं, जबकि अन्य इसे 10 से 18 साल की उम्र के बच्चों के लिए पेश करते हैं।
Minor Bank Account खोलने के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
नाबालिग बचत खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज हैं नाबालिग और माता-पिता/अभिभावक का पहचान प्रमाण, पता प्रमाण, नाबालिग की नवीनतम तस्वीरें, और नाबालिग और माता-पिता/अभिभावक के बीच संबंध साबित करने वाला दस्तावेज।
क्या माइनर बचत खाते के लिए न्यूनतम शेषराशि की आवश्यकता है?
न्यूनतम बैलेंस आवश्यकता बैंक से बैंक में भिन्न होती है 2500 रुपये से लेकररु 10,000 हो सकती है।
क्या कोई माइनर अपने खाते का संचालन स्वयं कर सकता है?
यदि बच्चा 10 वर्ष से कम आयु का है, तो खाते को माता-पिता/अभिभावक द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया जा सकता है। यदि बच्चा 10 वर्ष से अधिक आयु का है, तो खाता सीधे बच्चे द्वारा संचालित किया जा सकता है।
क्या माइनर सेविंग्स अकाउंट पर इंटर-बैंक फंड ट्रांसफर किया जा सकता है?
यह बैंक से बैंक में भिन्न होता है। खाता खुलवाने से पहले बैंक से स्पष्टीकरण जरूरी है।
बच्चे के 18 साल का होने पर खाते का क्या होता है?
एक बार जब बच्चा 18 वर्ष का हो जाता है, तो खाता स्वतः ही एक नाबालिग खाते के रूप में कार्य करना बंद कर देगा। यदि आप इसका उपयोग जारी रखना चाहते हैं तो इसे सामान्य बचत खाते में परिवर्तित करना होगा।