Gramin Bank Merger List: One State, One RRB | 15 Regional Rural Banks (RRBs) का विलय
इस ब्लॉग पोस्ट में, Gramin Bank Merger List, उनकी पृष्ठभूमि, और उनके प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। भारत में ग्रामीण क्षेत्रों के वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिएRegional Rural Banks (RRBs) महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन बैंकों की स्थापना 1975 में की गई थी, और तब से वे ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं के प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। हालांकि, समय के साथ, इन बैंकों की संख्या और उनकी कार्यक्षमता में कई बदलाव आए हैं, जिसमें विलय एक प्रमुख कदम है।
क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का इतिहास और महत्व
Regional Rural Banks (RRBs) की स्थापना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में कम लागत वाली बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना था, विशेष रूप से कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए। ये बैंक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा प्रायोजित होते हैं और राज्य सरकारों और भारत सरकार द्वारा समर्थित होते हैं। वर्तमान में, भारत में 43 आरआरबी हैं, जो 28 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं।
आरआरबी ने ग्रामीण भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। ये बैंक छोटे किसानों, कारीगरों, और ग्रामीण उद्यमियों को ऋण और अन्य वित्तीय सेवाएं प्रदान करते हैं, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। हालांकि, कुछ आरआरबी को वित्तीय कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है, जिसके कारण विलय की आवश्यकता पड़ी।
Gramin Bank Merger की आवश्यकता और “One State, One RRB” policy
वर्षों से, आरआरबी की संख्या में कमी आई है, जो मुख्य रूप से विलय के कारण है। 2005 से, कई आरआरबी का विलय किया गया है, जिससे उनकी कार्यक्षमता में सुधार हुआ है। उदाहरण के लिए, 2005 में शुरू हुए विलयों में 84 ग्रामीण बैंकों का 13 प्रायोजक बैंकों द्वारा 11 राज्यों में विलय किया गया था।
हाल ही में, संघ वित्त मंत्रालय ने “One State, One RRB” policy की घोषणा की है। इस नीति के तहत, प्रत्येक राज्य में एकमात्र आरआरबी होगा, जो विभिन्न मौजूदा आरआरबी के विलय से बनेगा। यह नीति 1 मई 2025 से लागू होने वाली है। इस नीति का उद्देश्य निम्नलिखित है:
- कार्यक्षमता में सुधार: बड़े और अधिक संसाधन संपन्न बैंकों का निर्माण।
- प्रतिस्पर्धा में कमी: प्रायोजक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के बीच प्रतिस्पर्धा को कम करना।
- वित्तीय स्थिरता: आरआरबी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना।
- बेहतर सेवा: ग्रामीण समुदायों को बेहतर बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना।
यह नीति क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों अधिनियम, 1976 की धारा 23A(1) के तहत लागू की जा रही है।
Gramin Bank Merger List: 1 मई 2025 से प्रभावी
ग्रामीण बैंकों के विलय का चौथा चरण 1 मई, 2025 से प्रभावी हुआ । इस चरण के तहत, 11 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश में कार्यरत 26 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का विलय करके 12 नई संस्थाओं का गठन किया गया । यह कदम “एक राज्य, एक आरआरबी” की नीति को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। नीचे राज्यवार विलयित बैंकों की विस्तृत सूची दी गई है:
राज्य | विलय होने वाले बैंक | नया बैंक नाम | मुख्यालय | प्रायोजक बैंक |
---|---|---|---|---|
आंध्र प्रदेश | चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक, आंध्र प्रगति ग्रामीण बैंक, सप्तगिरि ग्रामीण बैंक, आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक | आंध्र प्रदेश ग्रामीण बैंक | अमरावती | यूनियन बैंक ऑफ इंडिया |
बिहार | दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक | बिहार ग्रामीण बैंक | पटना | पंजाब नेशनल बैंक |
गुजरात | बरोदा गुजरात ग्रामीण बैंक, सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक | गुजरात ग्रामीण बैंक | वडोदरा | बैंक ऑफ बडोदा |
जम्मू और कश्मीर | जम्मू और कश्मीर ग्रामीण बैंक, एलाकुई देहाती बैंक | जम्मू और कश्मीर ग्रामीण बैंक | जम्मू | जम्मू और कश्मीर बैंक लिमिटेड |
कर्नाटक | कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक, कर्नाटक ग्रामीण बैंक | कर्नाटक ग्रामीण बैंक | बल्लारी | कनारा बैंक |
मध्य प्रदेश | मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक, मध्यांचल ग्रामीण बैंक | मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक | इंदौर | बैंक ऑफ इंडिया |
महाराष्ट्र | महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक, विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक | महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक | छत्रपति संभाजीनगर | बैंक ऑफ महाराष्ट्र |
ओडिशा | ओडिशा ग्राम्या बैंक, उत्कल ग्रामीण बैंक | ओडिशा ग्रामीण बैंक | भुवनेश्वर | इंडियन ओवरसीज बैंक |
राजस्थान | राजस्थान मारुधरा ग्रामीण बैंक, बरोदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक | राजस्थान ग्रामीण बैंक | जयपुर | स्टेट बैंक ऑफ इंडिया |
उत्तर प्रदेश | बरोदा यूपी बैंक, आर्यवर्त बैंक, प्रथम यूपी ग्रामीण बैंक | उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक | लखनऊ | बैंक ऑफ बडोदा |
पश्चिम बंगाल | बंगिया ग्रामीण विकास बैंक, पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक, उत्तरबंगा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक | पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक | कोलकाता | पंजाब नेशनल बैंक |
पश्चिम बंगाल: बंगिया ग्रामीण विकास बैंक, पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक और उत्तरबंग क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का विलय होकर पश्चिम बंगाल ग्रामीण बैंक बना है। पंजाब नेशनल बैंक इस विलयित बैंक का प्रायोजक है और इसका मुख्यालय कोलकाता में होगा ।
आंध्र प्रदेश: चार क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक – चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक, आंध्र प्रगति ग्रामीण बैंक, सप्तगिरि ग्रामीण बैंक और आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक – का विलय करके आंध्र प्रदेश ग्रामीण बैंक बनाया गया है। इस नई इकाई का प्रायोजक बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया है और इसका मुख्यालय अमरावती में स्थित है । यह विलय दर्शाता है कि “एक राज्य, एक आरआरबी” नीति के तहत, कुछ राज्यों में दो से अधिक आरआरबी का विलय करके एक ही इकाई बनाई गई है।
बिहार: दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का विलय होकर बिहार ग्रामीण बैंक अस्तित्व में आया है। पंजाब नेशनल बैंक इस विलय के बाद बनी इकाई का प्रायोजक बैंक है, जिसका मुख्यालय पटना में है ।
गुजरात: बरोड़ा गुजरात ग्रामीण बैंक और सौराष्ट्र ग्रामीण बैंक अब गुजरात ग्रामीण बैंक के रूप में जाने जाएंगे। इस विलयित बैंक का प्रायोजक बैंक ऑफ बड़ौदा है और इसका मुख्यालय वडोदरा में स्थापित किया गया है ।
जम्मू और कश्मीर (केंद्र शासित प्रदेश): जम्मू और कश्मीर में जेएंडके ग्रामीण बैंक और एलाक्वाई देहाती बैंक का विलय करके जम्मू और कश्मीर ग्रामीण बैंक का गठन किया गया है। इस नई इकाई का प्रायोजक बैंक जम्मू और कश्मीर बैंक लिमिटेड है और इसका मुख्यालय जम्मू में है ।
कर्नाटक: कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक और कर्नाटक ग्रामीण बैंक का विलय होकर कर्नाटक ग्रामीण बैंक बना है। केनरा बैंक इस विलयित इकाई का प्रायोजक बैंक बना रहेगा और इसका मुख्यालय बल्लारी में होगा ।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक और मध्यांचल ग्रामीण बैंक अब मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक के रूप में एकीकृत हो गए हैं। बैंक ऑफ इंडिया इस इकाई का प्रायोजक बैंक है और इसका मुख्यालय इंदौर में स्थित है ।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक और विदर्भ कोंकण ग्रामीण बैंक का विलय होकर महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक बना है। इस विलयित बैंक का प्रायोजक बैंक ऑफ महाराष्ट्र है और इसका मुख्यालय छत्रपति संभाजीनगर में होगा ।
ओडिशा: ओडिशा ग्राम्य बैंक और उत्कल ग्रामीण बैंक का विलय होकर ओडिशा ग्रामीण बैंक के रूप में एक नई इकाई बनी है। इंडियन ओवरसीज बैंक इस बैंक का प्रायोजक है और इसका मुख्यालय भुवनेश्वर में स्थापित किया गया है ।
राजस्थान: राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक और बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक का विलय होकर राजस्थान ग्रामीण बैंक बना है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया इस विलयित इकाई का प्रायोजक बैंक है और इसका मुख्यालय जयपुर में होगा ।
उत्तर प्रदेश: बड़ौदा यूपी बैंक, आर्यावर्त बैंक और प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक का विलय करके उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक का गठन किया गया है। इस नई इकाई का प्रायोजक बैंक ऑफ बड़ौदा है और इसका मुख्यालय लखनऊ में स्थित है । यह विलय भी दर्शाता है कि कुछ राज्यों में, जैसे उत्तर प्रदेश, दो से अधिक आरआरबी को मिलाकर एक इकाई बनाई गई है।
उत्तर प्रदेश में हाल के विलय
उत्तर प्रदेश में पहले भी कई विलय हो चुके हैं। उदाहरण के लिए:
- 1 अप्रैल 2019: ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यवर्त और इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक का विलय आर्यवर्त बैंक में हुआ।
- 1 अप्रैल 2019: प्रथम बैंक और सर्व यूपी ग्रामीण बैंक का विलय प्रथम यूपी ग्रामीण बैंक में हुआ।
- 1 अप्रैल 2020: पूर्वांचल बैंक, काशी गोमती संयुक्त ग्रामीण बैंक, और बरोदा यूपी ग्रामीण बैंक का विलय बरोदा यूपी बैंक में हुआ।
ये विलय 1 मई 2025 को होने वाले बड़े विलय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम थे।
2025 Gramin Bank List and Website
State | Bank Name | Established | Branches | Sponsor Bank | Website |
---|---|---|---|---|---|
Andhra Pradesh | Andhra Pradesh Grameena Vikas Bank | 2025 | 1,351 | Union Bank of India | https://www.apgvbank.in/ |
Arunachal Pradesh | Arunachal Pradesh Rural Bank | 1983 | 30 | State Bank of India | https://www.apruralbank.com/ |
Assam | Assam Gramin Vikash Bank | 2006 | 472 | State Bank of India | https://www.agvb.co.in/ |
Bihar | Bihar Gramin Bank | 2025 | 2,117 | Punjab National Bank | https://www.bihargraminbank.in/ |
Chhattisgarh | Chhattisgarh Rajya Gramin Bank | 2013 | 614 | State Bank of India | https://www.cgbgraminbank.in/ |
Gujarat | Baroda Gujarat Gramin Bank | 2025 | 740 | Bank of Baroda | https://www.bggb.in/ |
Haryana | Sarva Haryana Gramin Bank | 2013 | 542 | Punjab National Bank | https://www.shgb.co.in/ |
Himachal Pradesh | Himachal Pradesh Gramin Bank | 2013 | 265 | Punjab National Bank | https://www.hpgb.in/ |
Jammu & Kashmir | J&K Grameen Bank | 2025 | 333 | Jammu & Kashmir Bank | https://www.jkgb.nic.in/ |
Jharkhand | Jharkhand Rajya Gramin Bank | 2019 | 443 | State Bank of India | https://www.jrgbank.in/index |
Karnataka | Karnataka Gramin Bank | 2025 | 1,751 | Canara Bank | https://www.karnatakagraminbank.com/ |
Kerala | Kerala Gramin Bank | 2013 | 634 | Canara Bank | https://www.keralagbank.com/ |
Madhya Pradesh | Madhya Pradesh Gramin Bank | 2025 | 1,320 | Bank of India | https://www.mpgbank.in/ |
Maharashtra | Maharashtra Gramin Bank | 2025 | 709 | Bank of Maharashtra | https://www.mahagramin.com/ |
Manipur | Manipur Rural Bank | 1981 | 28 | – | https://www.manipurruralbank.com/ |
Meghalaya | Meghalaya Rural Bank | 1981 | 87 | State Bank of India | https://www.meghalayaruralbank.co.in/ |
Mizoram | Mizoram Rural Bank | 1983 | 85 | State Bank of India | https://www.mizoramruralbank.nic.in/ |
Nagaland | Nagaland Rural Bank | 1983 | 10 | State Bank of India | https://www.nagalandruralbank.com/ |
Odisha | Odisha Gramya Bank | 2025 | 991 | Indian Overseas Bank | https://www.odishagramyabank.co.in/ |
Puducherry | Puduvai Bharathiar Grama Bank | 2008 | 43 | Indian Bank | https://www.pbgbank.in/ |
Punjab | Punjab Gramin Bank | 2019 | 419 | Punjab National Bank | https://www.pgb.org.in/ |
Rajasthan | Rajasthan Marudhara Gramin Bank | 2025 | 1,548 | State Bank of India | https://www.rmgb.in/ |
Tamil Nadu | Tamil Nadu Grama Bank | 2025 | 675 | Indian Bank | https://www.tngb.org/ |
Telangana | Telangana Grameena Bank | 2019 | 934 | State Bank of India | https://www.tgbhyd.in/ |
Tripura | Tripura Gramin Bank | 1976 | 142 | Punjab National Bank | https://www.tripuragraminbank.nic.in/ |
Uttar Pradesh | Prathama UP Gramin Bank | 2025 | 4,353 | Bank of Baroda | https://www.prathamaupgraminbank.com/ |
Uttarakhand | Uttarakhand Gramin Bank | 2012 | 286 | State Bank of India | https://www.uttarakhandgraminbank.com/ |
West Bengal | Paschim Banga Gramin Bank | 2025 | 960 | Punjab National Bank | https://www.pbgbonline.in/ |
विलय के बाद ग्रामीण बैंकों की वर्तमान स्थिति
1 मई, 2025 से प्रभावी विलय के बाद, भारत में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की संख्या 43 से घटकर 28 हो गई है । ये 28 आरआरबी 26 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 22,000 से अधिक शाखाओं के नेटवर्क के माध्यम से 700 जिलों को कवर करते हैं । इनमें से लगभग 92% शाखाएं ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं, जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर आरआरबी के निरंतर ध्यान को दर्शाती हैं ।
Gramin Bank Merger का प्रभाव
इन विलयों से आरआरबी की कार्यक्षमता में सुधार होने की उम्मीद है, क्योंकि वे बड़े और अधिक संसाधन संपन्न संस्थान बन जाएंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच में सुधार होगा और प्रतिस्पर्धा कम होगी, जिससे प्रायोजक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर दबाव कम होगा। इसके अलावा, इन विलयों से आरआरबी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी, जिससे वे ग्रामीण समुदायों की बेहतर सेवा कर सकेंगे।
ग्राहकों के लिए प्रभाव
विलय से ग्राहकों को कई लाभ मिलने की संभावना है:
- बेहतर सेवाएं: बड़े बैंकों के पास अधिक संसाधन होंगे, जिससे डिजिटल बैंकिंग और अन्य सेवाओं में सुधार होगा।
- शाखा नेटवर्क में वृद्धि: विलय से शाखाओं की संख्या और पहुंच बढ़ सकती है।
- वित्तीय स्थिरता: मजबूत वित्तीय स्थिति वाले बैंक ग्राहकों को अधिक विश्वसनीय सेवाएं प्रदान करेंगे।
हालांकि, ग्राहकों को अपने खातों, शाखाओं, और अन्य सेवाओं के बारे में जानकारी के लिए बैंकों से नियमित संचार प्राप्त होगा। बैंकों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विलय के दौरान कोई भ्रम या असुविधा न हो।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
विलय से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी लाभ होगा। मजबूत आरआरबी छोटे किसानों, कारीगरों, और ग्रामीण उद्यमियों को अधिक ऋण और वित्तीय सहायता प्रदान कर सकेंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024 में, आरआरबी ने 7,571 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, और उनकी Gross Non-Performing Asset (GNPA) Ratio 6.1% थी, जो पिछले 10 वर्षों में सबसे कम है । यह दर्शाता है कि विलय से पहले भी आरआरबी की वित्तीय स्थिति में सुधार हो रहा था, और विलय इस प्रगति को और तेज करेगा।
निष्कर्ष
“एक राज्य, एक ग्रामीण बैंक” नीति एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारत के ग्रामीण बैंकिंग क्षेत्र को मजबूत करने के लिए उठाया गया है। इन विलयों से न केवल आरआरबी की कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण भारत के वित्तीय समावेशन को भी बढ़ावा मिलेगा। ग्रामीण समुदायों को बेहतर बैंकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए यह नीति एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
हालांकि, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि विलय प्रक्रिया सुचारू रूप से हो और ग्राहकों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। बैंकों और सरकार को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार हो।