देश की सबसे बड़ी हाउसिंग कंपनी एचडीएफसी (HDFC) और सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का मर्जर आज यानी 1 जुलाई से प्रभावी हो गया है।
आपको अपनी HDFC में जमा राशि तक पहुंचने के लिए HDFC Bank में खाता खुलवाने की जरूरत नहीं है। साथ ही आपके HDFC के एफडी से मिलने वाली ब्याज पहले की तरह ही दूसरे बैंक के बचत खाते में जमा होती रहेगी।
अगर रिन्यूअल की तारीख मर्जर के बाद यानी 1 जुलाई 2023 के बाद आती है, तो एफडी का रिन्यूअल HDFC बैंक की शर्तों के मुताबिक होगा और रिन्यूअल के समय मौजूदा दरें लागू होंगी।
ग्राहक अब अपनी जमा राशि देखने के लिए एचडीएफसी के कस्टमर पोर्टल और एचडीएफसी बैंक की नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग सेवाओं दोनों का उपयोग कर सकते हैं।
इस मर्जर से तात्पर्य है कि एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक को एक साथ मिलाकर उनकी सेवाओं और आपरेशन को एकीकृत किया जाए, जिससे ग्राहकों को एक संयुक्त बैंकिंग अनुभव प्रदान किया जा सके।
मर्जर के बाद फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर क्या होगा? 1 जुलाई 2023 के बाद नए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) वित्तीय वर्ष के अगले महीने में नवीनीकरण उपलब्ध होगा।
HDFC Bank-HDFC Ltd के मर्जर के बाद जहां यह बैंक दुनिया में चौथे स्थान पर आ गया है, तो वहीं देश में दूसरी सबसे मूल्यवान फर्म बन गया है.
मर्जर के कारण दोनों संस्थाओं के जमाकर्ताओं के मन में कई सवाल होंगे। हम यहां उस सवालों का जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं. पूरी जानकारी के लिए लिंक पर क्लिक करें।