[2024] एजुकेशन लोन कैसे मिलेगा? कहाँ से लें | Education Loan Interest Rates, Eligibility, Documents, Online Apply

आज अपने देश में शिक्षा की लागत में निरंतर वृद्धि हो रही है और परिणामस्वरूप, एजुकेशन लोन अधिक लोकप्रिय हो रहे हैं। यहाँ आपको Education Loan से जुड़ी पूरी जानकारी मिलेगी। विद्यार्थी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों से हायर स्टडीज के बढ़ते फी स्ट्रक्चर का सामना करने के लिए सॉल्यूशन पा रहे हैं।

एजुकेशन लोन का इतिहास

एजुकेशन लोन की योजना का जन्म पहली बार 1995 में हुआ था, जिसकी शुरुआत भारतीय स्टेट बैंक ने की थी। इसके बाद कई अन्य सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों ने छात्र ऋण योजनाएं प्रारंभ कीं। 21वीं शताब्दी की शुरुआत में इसकी गति में तेजी आई जब आरबीआई ने बैंकों के लिए एजुकेशन लोन को प्राथमिक रूप से इसे उधार का हिस्सा बनाया। इसके तुरंत बाद, भारतीय बैंकिंग क्षेत्र ने सक्रिय रूप से अपने बैंकिंग समाधानों में पाठ्यक्रमों के लिए लोन शामिल करना शुरू कर दिया।

शिक्षा का मानव जीवन में महत्त्व

शिक्षा मानव जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके अनेक फायदे हैं जो व्यक्तिगत और सामाजिक दोनों स्तरों पर जीवन को बेहतर बनाते हैं।

व्यक्तिगत स्तर पर:

  • ज्ञान और कौशल: शिक्षा हमें ज्ञान और कौशल प्रदान करती है जो हमें जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक हैं।
  • आत्मनिर्भरता: शिक्षा हमें आत्मनिर्भर बनाती है और अपने पैरों पर खड़े होने की क्षमता प्रदान करती है।
  • व्यक्तिगत विकास: शिक्षा व्यक्तिगत विकास को बढ़ावा देती है और हमें बेहतर इंसान बनाती है।
  • बेहतर जीवन स्तर: शिक्षा हमें बेहतर जीवन स्तर प्राप्त करने में मदद करती है।

सामाजिक स्तर पर:

  • सामाजिक विकास: शिक्षा सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
  • आर्थिक विकास: शिक्षा आर्थिक विकास को बढ़ावा देती है और देश की समृद्धि में योगदान देती है।
  • सामाजिक न्याय: शिक्षा सामाजिक न्याय को बढ़ावा देती है और समाज में समानता लाने में मदद करती है।
  • राष्ट्र निर्माण: शिक्षा राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और देश को आगे बढ़ाने में मदद करती है।

शिक्षा की बढ़ती लागत

शिक्षा प्राप्त करना एक सपना है, लेकिन यह सपना कई परिवारों के लिए आर्थिक बोझ बनता जा रहा है। बीते कुछ सालों में शिक्षा की लागत आसमान छू रही है। आइए देखें कुछ ऐसे फैक्टर्स जो शिक्षा को महंगा बना रहे हैं:

  • ट्यूशन फीस में वृद्धि: स्कूलों और कॉलेजों की ट्यूशन फीस लगातार बढ़ रही है। यह वृद्धि आम तौर पर आम आदमी की कमाई से कहीं ज्यादा होती है।
  • अन्य खर्चों में वृद्धि: ट्यूशन फीस के अलावा, छात्रों को हॉस्टल में रहने का खर्च, किताबें और स्टेशनरी का खर्च, परीक्षा फीस आदि कई तरह के खर्च उठाने पड़ते हैं। इन खर्चों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
  • जीवन यापन का खर्च: महंगाई बढ़ने से शहरों में रहने का खर्च भी काफी बढ़ गया है। इससे उन छात्रों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाता है जो अपने शहर से बाहर पढ़ाई करने जाते हैं।
  • पेशेवर कोर्स की ऊंची फीस: इंजीनियरिंग, मेडिकल जैसी पेशेवर डिग्रियों की फीस आम डिग्रियों से कहीं ज्यादा होती है। यह गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चों के लिए इन क्षेत्रों में करियर बनाने में बाधा बनती है।

इन सब कारणों से शिक्षा प्राप्त करना एक चुनौती बनता जा रहा है।

बढ़ती शिक्षा लागत को देखते हुए शिक्षा ऋण एक महत्वपूर्ण समाधान के रूप में उभर कर सामने आया है। यह उन छात्रों के लिए वित्तीय सहायता का एक जरिया है जो अपनी पसंद का कोर्स चुनना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक बाधाओं के कारण ऐसा नहीं कर पाते। शिक्षा ऋण छात्रों को बैंकों या वित्तीय संस्थानों से कम ब्याज दर पर लोन मिलने की सुविधा देता है। इस लोन की मदद से छात्र ट्यूशन फीस, हॉस्टल का खर्च, किताबें और अन्य शैक्षणिक खर्चों का भुगतान कर सकते हैं। शिक्षा ऋण का फायदा यह है कि छात्रों को पढ़ाई के दौरान आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ता है और वे पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर ध्यान लगा सकते हैं। भविष्य में नौकरी लगने के बाद वे आसानी से किस्तों में लोन चुका सकते हैं। शिक्षा ऋण किसी भी योग्य छात्र को उसके सपनों को पूरा करने का मौका देता है।

एजुकेशन लोन क्या है?

एजुकेशन लोन उन छात्रों के लिए वित्तीय सहायता का एक रूप है जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक रूप से ऐसा कर पाना उनके लिए मुश्किल है। यह बैंकों या वित्तीय संस्थानों द्वारा दिया जाने वाला एक विशेष प्रकार का लोन है।

एजुकेशन लोन कैसे काम करता है?

  1. पैसे उधार लेना: एजुकेशन लोन के अंतर्गत, छात्र अपनी चुनी हुई शिक्षा को पूरा करने के लिए बैंक या वित्तीय संस्थान से एक निश्चित राशि का लोन लेते हैं। लोन की राशि ट्यूशन फीस, हॉस्टल खर्च, किताबें और अध्ययन सामग्री, परीक्षा शुल्क आदि सहित विभिन्न शिक्षा खर्चों को कवर कर सकती है।
  2. लोन का उपयोग: बैंक द्वारा स्वीकृत लोन राशि सीधे उस शैक्षणिक संस्थान को भुगतान कर दी जाती है जहां छात्र अध्ययन कर रहा है। कुछ मामलों में, राशि छात्र के खाते में भी जमा की जा सकती है।
  3. रीपेमेंट : छात्रों को आम तौर पर अपनी पढ़ाई पूरी करने और नौकरी लगने के बाद एक निर्धारित अवधि (छूट अवधि सहित) में लोन राशि और ब्याज का रीपेमेंट करना होता है। छूट अवधि वह अवधि होती है जिस दौरान छात्र को लोन का पुनर्भुगतान शुरू करने की आवश्यकता नहीं होती है। यह अवधि आमतौर पर कोर्स की अवधि और उसके बाद कुछ अतिरिक्त महीने या सालों तक हो सकती है।
  4. ब्याज दरें: एजुकेशन लोन पर लगने वाली ब्याज दरें विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। ये दरें आम तौर पर अन्य प्रकार के लोन्स की तुलना में कम होती हैं।

एजुकेशन लोन छात्रों को अपने सपनों को पूरा करने और वित्तीय बाधाओं को दूर करने में मदद करता है। यह उन्हें अपनी पसंद का कोर्स चुनने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है।

एजुकेशन लोन देने वाले प्रमुख बैंक और एनबीएफसी:

बैंक/एनबीएफसीब्याज दर
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई)6.85% – 10.25%
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी)6.95% – 10.45%
बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी)7.05% – 10.55%
इंडियन बैंक7.15% – 10.65%
एचडीएफसी बैंक7.25% – 10.75%
बैंक/एनबीएफसीब्याज दर
आईसीआईसीआई बैंक7.35% – 10.85%
एक्सिस बैंक7.45% – 10.95%
यस बैंक7.55% – 11.05%
आरबीएल बैंक7.65% – 11.15%

Punjab National Bank Education Loan Types

PNB SaraswatiPNB PratibhaPNB Udaan
PNB KaushalPNB Pravasi Shiksha LoanPNB PM Cares Education Loan
PNB HonhaarConcessional Education Loan

UCO Bank Education Loan Types

UCO Bank Education LoanUCO Premier Educational Loan UCO Super Premier Educational Loan
UCO AspireUCO Skill loan

एजुकेशन लोन के लाभ

एजुकेशन लोन छात्रों के लिए वरदान साबित हो सकता है। आइए देखें इसके कुछ महत्वपूर्ण लाभ:

  • आर्थिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना शिक्षा को सुलभ बनाना: एजुकेशन लोन का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के छात्रों को भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। आपकी आर्थिक स्थिति चाहे जो भी हो, एजुकेशन लोन के माध्यम से आप अपने पसंदीदा कोर्स में दाखिला ले सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
  • बिना वित्तीय चिंता के पढ़ाई पर ध्यान दें: एजुकेशन लोन छात्रों को वित्तीय चिंताओं से मुक्त होकर पूरी तरह से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। लोन की राशि का उपयोग ट्यूशन फीस, हॉस्टल खर्च और किताबों आदि पर किया जा सकता है, जिससे छात्रों को परिवार पर आर्थिक बोझ डालने की आवश्यकता नहीं होती है।
  • संभावित टैक्स लाभ (स्थान के अनुसार भिन्न): कुछ राज्यों में, एजुकेशन लोन के ब्याज भुगतान पर कर कटौती का लाभ मिल सकता है। यह आपके कर देयता को कम करने में मदद करता है। हालांकि, यह लाभ हर जगह उपलब्ध नहीं है। इसलिए, लोन लेने से पहले अपने राज्य के नियमों और टैक्स लाभों के बारे में अवश्य जानकारी प्राप्त कर लें।
  • शिक्षा से जुड़े अन्य खर्चों को कवर करना: एजुकेशन लोन केवल ट्यूशन फीस के लिए ही सीमित नहीं है। कई बैंक और वित्तीय संस्थान ऐसे ऋण प्रदान करते हैं जो हॉस्टल में रहने का खर्च, किताबें और अध्ययन सामग्री खरीदने का खर्च, परिवहन खर्च आदि को भी कवर करते हैं। इससे छात्रों को अपनी सभी शैक्षणिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद मिलती है।

एजुकेशन लोन लेने से पहले विचारणीय बातें

एजुकेशन लोन लेना एक महत्वपूर्ण निर्णय है। इसलिए, इससे पहले कि आप लोन के लिए आवेदन करें, कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विचार करना आवश्यक है:

  • आवश्यक राशि: सबसे पहले, आपको यह निर्धारित करना होगा कि आपको अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए कितनी राशि की आवश्यकता है। इसमें ट्यूशन फीस, परीक्षा शुल्क, हॉस्टल में रहने का खर्च (यदि लागू हो), किताबें और अध्ययन सामग्री, परिवहन खर्च आदि सभी शामिल हैं। यथार्थवादी बजट बनाएं और उसी के अनुसार लोन राशि का निर्धारण करें।
  • ब्याज दरें और लोन की शर्तें: विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली शिक्षा लोन योजनाओं में ब्याज दरें और लोन की शर्तें भिन्न हो सकती हैं। इसलिए, ब्याज दरों की तुलना करना और वह योजना चुनना जरूरी है जो आपको सबसे कम ब्याज दर प्रदान करती है। साथ ही, लोन की अवधि (कितने समय में लोन चुकाना है), ईएमआई राशि (हर महीने कितना भुगतान करना है) आदि को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें।
  • एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया: एजुकेशन लोन के लिए आवेदन करने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया भी पूरे करने होते हैं। ये क्राइटेरिया बैंक या वित्तीय संस्थान के अनुसार भिन्न हो सकते हैं, लेकिन इसमें आम तौर पर न्यूनतम अंक प्रतिशत, चुने हुए पाठ्यक्रम का प्रकार, और कुछ मामलों में गारंटर की आवश्यकता जैसी चीजें शामिल हो सकती हैं।
  • लैंडर्स की प्रतिष्ठा और सेवा: शिक्षा ऋण लेने से पहले बैंक या वित्तीय संस्थान की प्रतिष्ठा और सेवाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर लें। यह सुनिश्चित करें कि बैंक छात्रों के लिए सहायक हो और लोन प्रक्रिया सुचारू रूप से चले। आप अन्य छात्रों से भी बैंक की सेवाओं के बारे में राय ले सकते हैं।

एजुकेशन लोन का रीपेमेंट

एजुकेशन लोनलेना एक जिम्मेदारी है और इसका समय पर पुनर्भुगतान करना बहुत महत्वपूर्ण है। आइए देखें शिक्षा ऋण के पुनर्भुगतान से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:

  • समय पर भुगतान: एजुकेशन लोन का समय पर रीपेमेंट करना इसलिए जरूरी है ताकि आपको देर से भुगतान पर लगने वाले दंड से बचा जा सके। देर से भुगतान करने से आपका क्रेडिट स्कोर भी प्रभावित हो सकता है, जिससे भविष्य में आपको लोन मिलने में परेशानी हो सकती है।
  • बजट बनाना और ईएमआई प्रबंधन: एजुकेशन लोन का भुगतान करने के लिए एक व्यवस्थित बजट बनाना और ईएमआई (Equated Monthly Installment) राशि का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करना आवश्यक है। अपनी आय और खर्चों का लेखा-जोखा रखें और सुनिश्चित करें कि आप हर महीने आसानी से ईएमआई का भुगतान कर सकें।
  • loan refinancing के विकल्प (यदि उपलब्ध हो): कुछ बैंकों और वित्तीय संस्थान loan refinancing की सुविधा प्रदान करते हैं। इसमें आप अपने मौजूदा एजुकेशन लोन को किसी अन्य बैंक से कम ब्याज दर पर नए लोन में स्थानांतरित कर सकते हैं। इससे आप अपनी ईएमआई राशि कम कर सकते हैं और लोन चुकाने की अवधि बढ़ा सकते हैं। हालांकि, loan refinancing पर भी प्रोसेसिंग फीस आदि लग सकती है, इसलिए इस विकल्प को चुनने से पहले सभी पहलुओं पर ध्यानपूर्वक विचार करें।

एजुकेशन लोन के प्रकार

एजुकेशन लोन कई प्रकार के होते हैं, जो छात्रों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। यहां कुछ प्रमुख प्रकारों के बारे में बताया गया है:

1. अध्ययन के आधार पर एजुकेशन लोन :

  • अंडर ग्रेजुएट एजुकेशन लोन: यह लोन उन छात्रों के लिए है जो स्नातक या डिप्लोमा जैसे अंडर ग्रेजुएट कार्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं।
  • पोस्ट ग्रेजुएट एजुकेशन लोन: यह लोन उन छात्रों के लिए है जो मास्टर डिग्री, एम.फिल या पीएच.डी जैसे स्नातकोत्तर कार्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं।
  • व्यावसायिक एजुकेशन लोन: यह लोन उन छात्रों के लिए है जो इंजीनियरिंग, मेडिकल, लॉ, एमबीए जैसे व्यावसायिक कार्यक्रमों में अध्ययन कर रहे हैं।
  • विदेश में अध्ययन के लिए एजुकेशन लोन: यह लोन उन छात्रों के लिए है जो विदेश में उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं।

2. लोन राशि के आधार पर:

  • छोटे एजुकेशन लोन: यह लोन उन छात्रों के लिए है जिनकी लोन राशि कम है, जैसे कि कुछ लाख रुपये तक।
  • बड़े एजुकेशन लोन: यह ऋण उन छात्रों के लिए है जिनकी लोन राशि अधिक है, जैसे कि 10 लाख रुपये या उससे अधिक।

3. ब्याज दर के आधार पर:

  • सब्सिडी वाले एजुकेशन लोन: यह लोन सरकार द्वारा सब्सिडी प्रदान किए जाने पर कम ब्याज दर पर उपलब्ध होता है।
  • गैर-सब्सिडी वाले एजुकेशन लोन: यह लोन बैंक द्वारा बाजार दर पर प्रदान किया जाता है।

4. अन्य प्रकार:

  • कौशल विकास लोन : यह लोन उन छात्रों के लिए है जो कौशल विकास कार्यक्रमों में भाग लेना चाहते हैं।
  • विद्यार्थी क्रेडिट कार्ड: यह एक प्रकार का क्रेडिट कार्ड है जो छात्रों को शिक्षा संबंधी खर्चों का भुगतान करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

सरकार द्वारा दिए जाने वाले एजुकेशन लोन

सरकार द्वारा छात्रों को शिक्षा ऋण प्राप्त करने में मदद करने के लिए कई योजनाएं शुरू की गई हैं। इन योजनाओं के तहत, छात्र कम ब्याज दरों पर लोन प्राप्त कर सकते हैं।

यहां कुछ प्रमुख सरकारी एजुकेशन लोन योजनाएं हैं:

  • केंद्रीय क्षेत्र ब्याज सब्सिडी योजना (CSISS): यह योजना भारत में अध्ययन करने वाले छात्रों को ब्याज सब्सिडी प्रदान करती है। इस योजना के तहत, छात्रों को 4.5 लाख रुपये तक की वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए 100% ब्याज सब्सिडी और 4.5 लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए 50% ब्याज सब्सिडी मिल सकती है।
  • प्रधानमंत्री विद्या लक्ष्मी योजना (PMVVY): यह योजना छात्रों को एजुकेशन लोन प्राप्त करने में सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, छात्र 4 लाख रुपये तक का ऋण बिना किसी गारंटी के प्राप्त कर सकते हैं।
  • राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल: यह पोर्टल छात्रों को विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान करता है। छात्र इस पोर्टल पर जाकर अपनी योग्यता के अनुसार छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं।

इन योजनाओं के अलावा, कुछ राज्य सरकारें भी छात्रों को एजुकेशन लोन प्रदान करती हैं।

यह भी ध्यान रखें:

  • विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा दी जाने वाली एजुकेशन लोन स्कीम्स की तुलना करें।
  • अपनी आवश्यकताओं और बजट के अनुसार सबसे उपयुक्त योजना चुनें।
  • लोन लेने से पहले लोन की शर्तों और ब्याज दरों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समझें।
  • यदि आपको कोई प्रश्न या चिंता है तो बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करें।
  • एजुकेशन लोन एक जिम्मेदारी है।
  • लोन का समय पर पुनर्भुगतान करना महत्वपूर्ण है।
  • देर से भुगतान करने पर दंड और शुल्क लग सकते हैं।
  • एजुकेशन लोन लेने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का ध्यानपूर्वक मूल्यांकन करें।